कोरोना संकट की वजह से भारत ही नहीं दुनिया भर लाखों-करोड़ों लोगों के रोजी रोटी पर संकट आ गया है। भारत समेत दुनियाभर में आर्थिक रफ्तार को ब्रेक लग गया है। हालांकि एकबार फिर से दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पटरी पर आती दिख रही है। लाखों करोड़ों लोगों की नौकरी चल गई है। भारत में भी रोजगार एक गंभीर संकट बन गया है। लिहाजा बड़ी तादाद में लोग रोजगार या फिर ऐसे कामों की सिद्दत से तलाश में जिससे उनका जीवन एकबार फिर से पटरी पर आ जाए।
देश की पटरी पर लौटती अर्थव्यस्था के बीच बड़ी तादाद में लोगों खुद के व्यवसाय की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। यहां लोगों के पास न सिर्फ अच्छी जिंदगी हो रही है बल्कि वो कई और लोगों को नौकरी देकर उनका मदद कर रहे हैं। देश में कई ऐसे व्यवसाय हैं जहां आप कम लागत में भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। इन्हीं से एक है डेयरी उद्योग। डेयरी और डेयरी प्रोडक्ट का कारोबार ऐसे है जहां नुकसान की गुंजाइश ना के बराबर होती है और इसे शुरु करने में ज्यादा इनवेस्टमेंट भी जरूरत नहीं होती है।
एक आंकड़े के मुताबिक डेयरी प्रोडक्ट्स के बिजनेस में 5 लाख रुपए तक के निवेश से आप हर महीने 70 हजार रुपए तक कमा सकते हैं। इतना ही नहीं सरकार भी इस बिजनेस को शुरू करने और बढ़ावा देने में खुलकर मदद कर रही है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत अपना बिजनेश शुरु करने के लिए लोगों को कम ब्याज दर पर धन मुहैया करा रही है। डेयरी प्रोडक्टस का बिजनेस शुरू करने के लिए केंद्र सरकार के मुद्रा लोन योजना के तहत कुल लागत का तकरीबन 70 फीसदी तक बैंक लोन मुहैया करा रही है।
इस उद्योग से जुड़े लोगों के मुताबिक बिजनेस को शुरु करने में तकरीबन 16 से 17 रुपये का खर्च आता है। लिहाजा अगर आप इसमें अपनी तरफ से महज 5 लाख रुपए तक लगा दें तो आप इस बिजनेस को आराम से शुरु कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के प्रोजेक्ट के मुताबिक इस कारोबार को शुरू करने के लिए करीब 1000 स्कवायर फीट जगह की जरूरत पड़ती है। जिसमें 500 स्कवायर फीट की जगह प्रॉसेसिंग एरिया में, 150 स्कवायर फीट में रेफ्रिजरेशन रूम, 150 स्कवायर फीट में वॉशिंग एरिया, 100 स्कवायर फीट में ऑफिस, टॉयलेट व दूसरी सुविधाओं के लिए जरूरत पड़ती है।
इसके तहत आप साल में 75 हजार लीटर फ्लेवर्ड मिल्क का कारोबार कर सकते हैं। इसके अलावा 36 हजार लीटर दही, 90 हजार लीटर बटर और 4500 किलोग्राम घी बना कर भी बेचा जा सकता है। उस हिसाब से करीब 82 लाख 50 हजार रुपए का टर्नओवर हो जाता है। जिसमें तकरीबन 74 लाख रूपए की कॉस्टिंग पड़ती है। ब्याज और अन्य खर्च निकालने के बाद भी 8 से 10 लाख रुपये की बचत हो सकती है। ऐसे में आप हर महीने 70 से 80 हजार रुपये कमा सकते हैं।