लखनऊ। जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में गाइड समाज कल्याण संस्थान की ओर से Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
इंस्टिट्यूट में Swami Vivekananda
इस मौके पर जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में आयोजित Swami Vivekananda युवा सम्मान समारोह में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और उत्तर प्रदेश के लोकायुक्त रहे न्यायमूर्ति एससी वर्मा ने कहा कि युवाओं को देश की बागडोर संभालनी है।
- लिहाजा उनका संवेदशील होना जरूरी है।
- युवा शक्ति की शिक्षा में मूलभूत बदलाव की आवश्यकता है।
- शिक्षा सिर्फ किताबी पढ़ाई का नाम नहीं है।
- नैतिक और मानवीय मूल्यों की शिक्षा की भी व्यवस्था की जानी चाहिए।
- भारत को नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों के चलते दुनिया में अग्रणी माना जाता है।
विशिष्ट अतिथि रूप में आमंत्रित पीएचडी-चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (उ.प्र.) के को-चेयरपर्सन गौरव प्रकाश ने कहा कि । - जब पेड़ों की जड़े मजबूत होती हैं तो फल भी खूब आते हैं।
- हमारे घर के बुजुर्ग हमारी जड़ें हैं जिन्हें खोखला मत कीजिए।
- जो बुजुर्गों का सम्मान नहीं कर सकते यकीन मानिए वो कुछ नहीं कर सकते।
- संस्थान की प्रबंध निदेशिका डॉ इंदु सुभाष ने कहा कि बुजुर्गों के स्नेहाशीष के दूर तक असर होता है।
- विवेकानंद को आदर्श मानने वाले देश के युवाओं को उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
- उन्होंने बताया कि गोल्डेन एज हेल्पलाइन 1800180060 पर बुजुर्गों से जुड़ी समस्याओं के लिए फोन कर मदद प्राप्त की जा सकती है।
- उन्होंने बताया कि बुजुर्गों के अनुभवों और युवाओं की ताकत से नया भारत बनेगा।
- इस अवसर पर समाज में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वाले 5 युवाओं को ।
- स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान 2018 से सम्मानित किया गया।
सम्मानित युवाओं के नाम इस प्रकार हैं
व्यंग्यकार और विज्ञान कवि के तौर पर लोकप्रिय पंकज प्रसून, अनाथ बच्चों की जिंदगी संवारने में जुटे प्रतीक श्रीवास्तव, मुफ्त कानूनी सहायता देने वाले सचिन उपाध्याय और जंतु अधिकारों के लिए कार्यरत कामना पांडेय को स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान 2018 से नवाजा गया। लैंगिक समानता के लिए काम करने वाली महिला पत्रकार युसरा हुसैन को भी सम्मानित किया जाना था, पर वो अपरिहार्य कारणों से कार्यक्रम में पहुंच न सकीं।