बुन्देलखण्ड कभी अपने वैभव व शौर्य के लिए प्रतिष्ठित था। फिर ऐसा समय आया जब जल संकट इसकी पहचान से जुड़ गया। इसका यहां विकास के सभी बिंदुओं पर प्रतिकूल प्रभाव हुआ। पिछली सरकारों ने यहां की समस्याओं के समाधान पर ध्यान नहीं दिया। संसाधन होने के बाबजूद बुन्देलखण्ड बदहाल हो रहा था। केंद्र व प्रदेश की वर्तमान सरकारों ने इस ओर ध्यान दिया। अनेक योजनाओं के माध्यम से यहां के विकास की गति दी गई,धीरे धीरे समस्याओं का समाधान हो रहा है। पेजजल व सिंचाई की व्यवस्था हो रही है,निवेश के अवसर बढ़ रहे है,कनेक्टीविटी सुविधा का विस्तार हो रहा है।
दो दिन तीन हजार करोड़
योगी आदित्यनाथ की दो दिवसीय बिलुन्देलखण्ड यात्रा बहुत महत्वपूर्ण रही। इन दो दिन में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में तीन हजार करोड़ रुपये की योजनाएं प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की गयी हैं। अब विकास की योजनाएं धरती पर उतर रही हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र नई बुलन्दियों को छूते हुए स्वर्ग बनेगा। बुन्दलेखण्ड में हर घर नल, हर घर जल योजना के अन्तर्गत शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। अब यहां के युवाओं को रोजगार के लिए पलायन नहीं करना होगा। उन्होंने बांदा में चित्रकूटधाम मण्डल की नौ सौ चौबीस करोड़ रुपयेे की दो सौ उनतीस परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
गांव किसान पर ध्यान
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकार के विजन में गांव,गरीब, किसान,नौजवान, महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि यहां पर जल जीवन मिशन के अन्तर्गत काफी कार्य किया जाना है। इसलिए गांवों के लोगों को प्लम्बरिंग की ट्रेनिंग देकर उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सीएसआर के पैसे का उपयोग यहां के स्कूलों के कायाकल्प के लिए किया जाए। जिससे बच्चों को अच्छी व गुणवत्तापरक शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश सरकार विकास की सभी योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। पूर्ववर्ती सरकारों ने यहां के लोगों को विकास से वंचित रखने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि सिंचाई का पानी जब खेतों में पहुंचेगा तो बुन्देलखण्ड क्षेत्र की धरती सोना उगलेगी।