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आम आदमी के लिए LIC की खास स्कीम, केवल 100 रुपए में मिलेगा 75000 रुपए का इंश्योरेंस

भारत सरकार ने गरीबों के लिए कई सामाजिक सुरक्षा योजना की शुरुआत की है. इन स्कीम्स और योजनाओं का मकसद गरीबों की जिंदगी में खुशहाली लाना और उन्हें सामाजिक सुरक्षा देना है. गरीब लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ने आम आदमी बीमा योजना (Aam Admi Bima Yojana) की शुरुआत की थी. इस प्रोग्राम के तहत बीमित व्यक्ति को कई तरह के फायदे मिलते हैं.

LIC Aam Admi Bima Yojana के फायदे की बात करें तो इसमें बीमित व्यक्ति के नैचुरल या एक्सिडेंटल मौत के अलावा अपंगुता को भी कवर किया जाता है. इंश्योरेंस पीरियड के दौरान अगर किसी की नैचुरल मौत होती है तो नॉमिनी को 30 हजार रुपए मिलेंगे. एक्सिडेंटल डेथ में 75 हजार रुपए मिलते हैं. पूर्ण अपंगुता (Permanent Total Disability) के मामलों में भी 75 हजार रुपए मिलते हैं. दोनों आंखों का चले जाना, दोनों हाथ या पैर का चले जाना या फिर एक आंख और एक हाथ या पैर का चले जाना परमानेंट डिसएबिलिटी के अंतर्गत आता है. अगर किसी का एक आंख या एक हाथ या पैर चला जाता है तो उसे 37500 रुपए मिलेंगे.

बच्चों को स्कॉलरशिप भी मिलती है

इस इंश्योरेंस स्कीम के तहत बीमित व्यक्ति की मौत के बाद बच्चों को स्कॉलरशिप भी मिलती है. यह एड-ऑन सर्विस है. इसके तहत दो बच्चों को जो कक्षा 9-12 में पढ़ते हैं, उन्हें हर महीने 100-100 रुपए मिलेंगे. अगर बीमित व्यक्ति के साथ कुछ हादसा होता है तो LIC बेनिफिशियरी को NEFT या अकाउंट क्रेडिट के जरिए स्कीम का फायदा पहुंचाता है.

परिवार का केवल एक सदस्य कवर होगा

इस स्कीम के तहत परिवार के केवल एक सदस्य कवर हो सकता है. बीमित व्यक्ति की उम्र 18-59 साल के बीच होनी चाहिए. परिवार का गरीबी रेखा के नीचे होना जरूरी है. इसके तहत 48 व्यावसायिक ग्रुप बनाए गए हैं. इसमें शामिल कोई भी शख्स इस स्कीम का फायदा उठा सकता है.

महज 100 रुपए प्रीमियम

प्रीमियम की बात करें तो इसके लिए सालाना प्रीमियम महज 200 रुपए हैं. इसमें से 100 रुपए सरकार जमा करती है और 100 रुपए बीमित व्यक्ति को खुद जमा करना होगा. अगर बीमित व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्र से संबद्ध रखता है और उसके पास जमीन भी नहीं है या फिर वह 48 व्यावसायिक ग्रुप से आता है तो उसे 100 रुपए भी नहीं चुकाने होंगे. इस स्कीम का फायदा केवल तीन कैटिगरी के लोग उठा सकते हैं. पहला कि वह गरीबी रेखा के नीचे हो जिसे 50 फीसदी यानी 100 रुपए चुकाने होंगे. दूसरा ग्रामीण क्षेत्र से हो और उसके पास जमीन नहीं हो या फिर वह 48 व्यवसायों से संबंध रखता हो जिसमें बीड़ी वर्कर, कारपेंटर, मछली पालने वाला, हैंडीक्रॉफ्ट का बिजनेस करने वाले शामिल हैं.

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