कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी कहर ढा रखा है. महाराष्ट्र के बाद देश में सर्वाधिक एक्टिव केस वाले राज्य में महामारी ने किसी को भी नहीं छोड़ा है. इससे बचाव के लिए मास्क ही लोगों का सहारा बन रहा है. बजार में मास्क की कमी को देखते कई कम्पनियां मास्क बनाने में लगी हैं, लेकिन इन दिनों एक जय श्री राम छपे मास्क की मांग बजार में ज्यादा बढ़ गई है.
अमीनाबाद में थोक मास्क के विक्रेता रमेश चन्द्र गुप्ता का कहना है कि वैसे इस महामारी के दौर में लोग मास्क जान बचाने के लिए ले रहे हैं, लेकिन जयश्री राम लिखे मास्क की मांग कुछ ज्यादा बढ़ गयी है. एक खेप उसकी खत्म भी हो चुकी है. आर्डर भेजा गया है. इसके अलावा पंचायत चुनाव में भी लोग काफी मास्क यहीं से ले जा रहे है. उसमें अपने प्रत्याशी की फोटो प्रिंटेंड कराते हैं. कुछ लोग तो पार्टी विषेष के लिए भी जय श्री राम लिखा मास्क खरीद रहे हैं.
रमेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि प्रतापगढ़, रायबरेली से भी जय श्रीराम वाले मास्क की डिमांड आई है. मास्क विक्रेता का कहना है कि डिमांड इतनी ज्यादा आ रही है कि उसे पूरा करने के लिए कारीगरों को दिन-रात काम करना पड़ रहा है. एक अन्य दुकानदार जफर का कहना है वैसे तो सभी प्रकार के मास्कों की बाजार में मांग बढ़ी है, पर जय श्रीराम प्रिटेंड मास्क इन दिनों ज्यादा मांगे जा रहे हैं.
वहीं, वाराणसी कोरोना माल के संचालक अशोक सिंह का कहना है कोरोना से बचने के लिए मास्क बड़ा सशक्त माध्यम है. इस कारण जैसे केस बढ़ रहे हैं, वैसे बाजार में मास्क की मांग बढ़ी है, लेकिन भगवान के नाम के प्रिटेंड मास्क की मांग हमेशा से रही है. इस समय जय श्री राम लिखा मास्क खूब मांगा जा रहा है. मास्क खरीदने वाले राकेश ने बताया कि वह जय श्री राम वाला मास्क इसलिए खरीद रहे हैं कि इस मास्क को पहनने से भगवान जल्द वायरस का नाश कर देंगें.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में गुरुवार को 22439 नए कोरोना केस मिलने के बाद प्रदेश में सक्रिय केस की कुल संख्या बहुत अधिक हो गई है. इसके साथ ही 24 घंटे की इस अवधि में सर्वाधिक 104 लोगों की मौत भी दर्ज हुई है. गुरुवार को संक्रमण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए. एक अप्रैल को प्रदेश में नए मरीजों की संख्या 2600 थी, जो कि 15 अप्रैल को 22439 पहुंच गई, जो कि आठ गुना से अधिक है. सक्रिय मरीजों की संख्या भी सवा लाख को पार कर 129848 पर पहुंच गई.