लखनऊ। कोविड टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लाने के लिए सरकार हरसंभव कोशिश में जुटी है । इसी के तहत अब अगले महीने से घर के करीब ही केंद्र बनाकर लोगों के टीकाकरण की तैयारी है। इसके लिए लोगों को उसी तर्ज पर बाकायदा ‘बुलावा पर्ची’ भेजी जायेगी जैसे लोकसभा विधानसभा व अन्य चुनाव में मतदान के लिए भेजी जाती है। जिसमें टीकाकरण की तिथि और स्थान का उल्लेख होगा। इसमें ग्राम प्रधान, लेखपाल, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, पंचायत सेक्रेटरी और युवक मंगल दल महिला मंगल दल का भी सहयोग लिया जाएगा। प्रदेश में अगले महीने (जुलाई) से हर रोज 10 लाख से अधिक लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य तय किया गया है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव-स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद का कहना है कि जून माह में करीब एक करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है और जिस रफ्तार से टीकाकरण हो रहा है, उससे प्रतीत होता है कि लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा। अब अगले महीने से और अधिक ध्यान देने के साथ विस्तृत कार्ययोजना बनाने की जरूरत है ताकि हर दिन 10 लाख के टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विकास खंड को तथा शहरी क्षेत्र में शहरी निकाय को इकाई के रूप में लेकर कार्ययोजना बनानी है।
इस बारे में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, मंडलीय अपर निदेशक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है, जिसमें इस लक्ष्य को पाने के लिए क्या कदम उठाने हैं, उस बारे में विस्तार से बताया गया है। अपर मुख्य सचिव का कहना है कि कार्ययोजना के मुताबिक प्रत्येक क्लस्टर के लिए टीकाकरण की तिथियों एवं स्थान पूर्व से ही घोषित कर दिए जायेंगे । इन सभी स्थलों पर वहीँ पर रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा होगी और घर के नजदीक ही केंद्र बनाकर टीकाकरण किया जाएगा।
प्रतिकूल परिस्थिति के लिए होगी क्यूआरटी टीम
क्षेत्र में टीकाकरण के दौरान किसी प्रकार की प्रतिकूल घटना (एईएफआई) के प्रबन्धन के लिए दो क्विक रेस्पांस टीम (क्यूआरटी) लगायी जायेंगी । इन दो टीमों के समूह को क्लस्टर रेस्पांस टीम (सीआरटी) कहा जाएगा। टीम के पास वाहन की व्यवस्था होगी और जरूरी दवाएं भी मौजूद होंगी । टीकाकरण के बाद व्यक्ति में किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में 108 एम्बुलेंस को तत्काल बुलाया जाएगा और सम्बंधित को ब्लाक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचाया जाएगा।