लखनऊ। आंदोलन कर रहे किसान गाजीपुर बॉर्डर पर सात महीनों से शांतिपूर्ण धरना दे रहे हैं, परन्तु बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में भाजपाइयों द्वारा शारीरिक रूप से हमला करने की कोशिश किये जाने पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, भाजपाइयों द्वारा अन्नदाताओं का अपमान है। अन्नदाता देश को भूखा रहने से बचाता है, यदि अन्नदाता नाराज हो जाएगा तो पूरा देश भूखे मर जाएगा। किसान तो आज भी अपनी फसल बचाने के लिए आंदोलन के साथ साथ देश के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है।
उन्होंने कहा, किसान एक तरफ फसल उपजा कर देश का पेट भर रहा है, दूसरी ओर अपने हक हुकूक के लिए संघर्ष भी कर रहा है। सरकार पूँजीपतियों की मोह से बाहर नहीं आ रही है। देश के कृषि मंत्री अपने अहंकार से ग्रस्त होकर बोल रहे हैं कि कृषि कानूनों को रद्द करने का प्रश्न नहीं उठता।
देश के प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि उनके और किसानों के बीच में एक फोन काल की दूरी है, परन्तु वह टेलीफोन नम्बर आज तक जारी नहीं हो सका। इस आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि किसानों की अवहेलना और आन्दोलन को कमजोर करने की साजिश केन्द्र सरकार के संरक्षण में हो रही है।
भाजपा के कार्यकर्ताओं निराशा में किसान आंदोलन (अन्नदाता) को समाप्त कराने के लिए साजिश रच रही है। लेकिन आंदोलनकारी किसान भी कोई कच्ची गोलियां नहीं खेले हैं और जैसे उन्होंने हर बार आंदोलन को क्षति पहुंचाने की साजिशों को मुंहतोड़ जवाब दिया है, वैसे आगे भी देते रहेंगे।