उत्तराखंड में सोमवार को प्राकृतिक आपदा का कहर टूटा है। यहां के दो अलग-अलग जगहों पर बादल फटने से तबाही मची है। उत्तरकाशी जिले के बाद टिहरी गढ़वाल में भी बादल फटने की घटना हुई है। राहत और बचाव का कार्य जारी है।
उधर नगर निगम में आपदा कंट्रोल रूम में भी दो दिनों में 35 से अधिक शिकायतें जलभराव की आ चुकी हैं. आपदा कंट्रोल रूम प्रभारी का कहना है की स्टाफ की उपलब्धता के हिसाब से जहां भी जलभराव हुआ है वहां लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है.
कल रात से सीमांत क्षेत्र खटीमा में लगातार हो रही बरसात से आमजन को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. खटीमा नगर में जहां मुख्य सड़क पर भारी बरसात से जलभराव हो गया है.
टिहरी गढ़वाल के भीलान्गना में बादल फटने से करीब आधा दर्जन घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यहां अप्रोच मार्ग के ध्वस्त हो जाने की वजह से रानीबाग से भीमताल की तरफ जाने वाली गाड़ियों को भवाली के रास्ते से भेजना पड़ रहा है। रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है।
मुख्य चौक, डिग्री कॉलेज रोड, सरकारी अस्पताल परिसर, पुराने सरकारी अस्पताल के सामने, पकड़िया, राजीव नगर, इस्लाम नगर आदि कई इलाकों में जलभराव की स्थिति से आम जनता परेशान हैं.