मधुबनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत जिले वासियों के लिए वरदान साबित हो रही है योजना के तहत वंचित एवं गरीब परिवार के लोगों को 5 लाख तक की निशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान कराई जा रही है। गरीबी से लाचार एक महिला का आपरेशन कराकर स्वास्थ्य विभाग ने गरीब परिवार के चेहरे पर मुस्कान ला दी।
जिले के रहिका प्रखंड के पान की दुकान से अपनी जीविका चलाने वाली 46 वर्षीय शहजादी जो घुटने के तेज दर्द से परेशान थी दर्द के कारण शहजादी चल भी नहीं पाती थी अस्पताल में दिखाने पर पता चला कि घुटना बदलना होगा जिसमें लगभग 2 लाख का खर्च आएगा लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण इलाज करवाने में असमर्थ थी तब आशा कार्यकर्ता के माध्यम से प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बारे में पता चला और आशा कार्यकर्ता द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने का पत्र भी दिया गया साथ ही सूचीबद्ध अस्पतालों के बारे में भी आशा द्वारा बताया गया।
•क्रिब्स हॉस्पिटल में हुआ नि:शुल्क घुटना प्रत्यारोपण
•आर्थिक स्थिति नहीं आई आड़े, आयुष्मान योजना से हुआ भुगतान
•जिले में 2 लाख से अधिक लोगों का बना आयुष्मान कार्ड
तब शहजादी अपने परिजनों के साथ क्रिब्स हॉस्पिटल मधुबनी में घुटने का जांच कराया जहां डॉक्टर ने घुटने का रिप्लेसमेंट की बात कही। 30 सितंबर 2020 को भर्ती होने के बाद सफलतापूर्वक घुटने का प्रत्यारोपण किया गया और 5 अक्टूबर 2020 को अस्पताल से छुट्टी मिल गया। ऑपरेशन में कुल खर्च 80 हजार का खर्च आया जिसका भुगतान आयुष्मान योजना के तहत किया गया। शहजादी ने बताया इस दौरान आरोग्य मित्र, डॉक्टर और अन्य संबंधित अस्पतालों के कर्मियों के व्यवहार और अस्पताल की व्यवस्था काफी सराहनीय था इलाज के क्रम में आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन और आईटी प्रबंधक प्रभाकर रंजन भी कुशल क्षेम लेते रहे।
आर्थिक स्थिति नहीं आई आड़े: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शहजादी और उनके परिवार के लिए एक आशा की किरण बनकर आया जहां वो और उनके परिवार के लोग अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण यह समझ लिया था कि शहजादी को बाकी बची हुई जिंदगी बिस्तर पर लेट के ही बिताना होगा वही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कारण ही शहजादी दोबारा अपने पैरों पर खड़ी हुई और पहले की तरह अपने घर के कामकाज और पान की दुकान चला पा रही हैं।
जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार का बनेगा आयुष्मान कार्ड: आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया बताया जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार को आयुष्मान कार्ड मिलना है जिसमें 23 लाख 70 हजार 685 सदस्य हैं, 1 लाख 14 हजार 612 परिवार को आयुष्मान कार्ड बनाया गया है जिसमें 2 लाख 32 हजार 195 सदस्य को कार्ड मिल चुका है। जिले में अब तक 9,567 मरीज का आयुष्मान योजना के तहत इलाज किया गया है जिसमें 7,022 मरीज का जिले में ही सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पताल में इलाज किया गया है। रंजन ने कहा राज्य कार्यालय से निर्देश दिया गया है अब जिले में सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) के अलावे यूटीआईआईटीएसएल एमओयू साइन किया गया है जो जिले में माइक्रो प्लान बना कर पात्र लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड बनाएगा। उन्होंने जिले में योग्य अस्पताल से अपील किया कार्यक्रम के साथ जुड़ें तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाएं।
पात्र लाभार्थियों का बनता है आयुष्मान कार्ड: पीएम नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी लाभ लेने व आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन: सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। शत प्रतिशत कार्ड बनाने के लिए सभी सीएचसी, पीएचसी, आशा को निर्देशित किया गया है। अधिक से अधिक गोल्डेन कार्ड बनावा कर पात्रों को नि:शुल्क उपचार दिलाने का भी पूरा प्रयास किया जा रहा है।