भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पूर क्रिकेट जगत को लंबे अरसे से इंतजार था इस सीरीज की शुरुआत हुई और पहला टेस्ट मैच चार अगस्त से शुरू हुआ, लेकिन इसका कोई परिणाम निकल सका और न ही पूरा मैच खेला गया. बारिश ने इस मैच में लगातार खलल डाला और पांचवें दिन भी बारिश की वजह से खेल पूरा नहीं हो सका.
उन्होंने कहा, ‘इसलिए कई तरीके से असल में मौसम ने हमें टेस्ट क्रिकेट के शानदार अंतिम दिन से वंचित किया जो शर्मनाक है।’ रूट ने कहा कि भारत के बेहतर स्थिति में होने के बावजूद जिस तरह की पिच पर मैच हो रहा था उस पर पासा कभी भी पलट सकता था।
उन्होंने कहा, ‘आज भारतीय टीम संभवत: बेहतर स्थिति में थी। हमें पता है कि इस तरह की पिच पर कुछ विकेट चटकाने के बाद मैच का रुख बदल जाता है।’
बता दें कि नॉटिंघम में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। मेजबान टीम पहली पारी 183 रन पर सिमट गई थी। इसके जवाब में भारत ने पहली पारी में 278 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर 95 रन की बढ़त हासिल की।
इसी कारण मैच का नतीजा ड्रॉ. दोनों टीमों को अंक बांटने पड़े. मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (Joe Root) ने रविवार को कहा कि ड्रॉ पर समाप्त हुए पहले क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन अगर कम से कम 40 ओवर का खेल होता तो उनके गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ मौका बना सकते थे और जीत हासिल कर सकते थे.