लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्रीअखिलेश यादव की अध्यक्षता में समाजवादी पार्टी के विधानमण्डल दल की बैठक आज समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय में सम्पन्न हुयी। अखिलेश यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि दिल्ली और यूपी की सरकार ने जनता को निराश किया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने संकल्प पत्र लागू क्यों नहीं किया? इसका जवाब आज तक नहीं मिला है। भाजपा सरकार की कुनीतियों से अर्थव्यवस्था कमजोर हो गयी है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सरकार में जीडीपी 10 प्रतिशत थी जबकि भाजपा सरकार में यह घटकर 5 प्रतिशत के लगभग रह गयी। बीजेपी ने विकास के ढ़ाचे को ध्वस्त कर दिया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जनता का ध्यान जरूरी मुद्दों से हटाना चाहती है। बेरोजगारी से नौजवान हताश हो गये हैं। रोजगार के अवसर समाप्त किए जा रहे हैं। महंगाई की मार से जनता बेहाल है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का चारों तरफ बोलबाला है। जलशक्ति मिशन घोटाला की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आयी। उत्तर प्रदेश में विकास योजनाओं के प्रति सरकार की कोई रुचि नहीं है। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। कोरोना संकटकाल में लोगों के मौत की जिम्मेदारी से भाजपा सरकार बच नहीं सकती। जनता बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है।
भाजपा की चालाकी से सावधान रहना है। जनता को सचेत करने की जिम्मेदारी समाजवादियों को उठानी पड़ेगी। किसान आय दुगुना करने का छलावा देकर ही भाजपा सत्ता में आयी। अन्नदाता के साथ अन्याय असहनीय है। समाजवादी पार्टी किसानों के साथ हमेशा रही है। रिक्त भर्तियों, शिक्षामित्र, वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों का निराकरण समाजवादी सरकार में ही सम्भव है।
भाजपा सरकार आरक्षण के मुद्दे पर मौन है। पिछड़ा और दलित विरोधी एजेंडे पर ही बीजेपी सरकार काम कर रही है। जातीय जनगणना आवश्यक है। हिस्सेदारी और भागीदारी का सवाल आबादी के हिसाब से आंकड़े आने पर ही हो सकता है। मण्डल कमीशन की पूरी रिर्पोट लागू नहीं हो पायी। बीजेपी सरकार संवैधानिक व्यवस्था को कमजोर करने का दुष्चक्र रच रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल-बिहार के चुनाव नतीजों का प्रभाव भी यूपी के चुनाव पर पड़ना तय है। गरीब, कमजोर और वंचित समाज का भरोसा समाजवादी पार्टी में है। किसानों, छात्रों-नौजवानों, महिलाओं सहित समाज के सभी वर्गो के समर्थन से बाईस में बाइसकिल मंजिल तक पहुंचेगी। उक्त तमाम मुद्दों को समाजवादी पार्टी के विधायक सड़क से सदन तक उठाते रहेंगे।