अपनी फितरत के अनुरूप चंद लोगों ने इस बार भी भाजपा के राष्ट्रीय नेता के लखनऊ आगमन से पहले अटकलें लगाई थी। ऐसे लोग पिछले कई महीने से यह दिखाने का प्रयास कर रहे है कि भाजपा में असंतोष है। वह इस कथित असंतोष के केंद्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रखते है। कभी किसी बैनर पोस्टर के आधार पर असंतोष की कहानी गढ़ लेते है,कभी लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में किसी नेता की अनुपस्थिति पर सवाल उठा देते है। वह यह भी नहीं देखने कि वह जिसकी अनुपस्थिति पर चर्चा कर रहे है,वह किसी अन्य जनपद में ऐसे ही कार्यक्रम में शामिल रहे है। भाजपा कोई परिवार आधारित पार्टी नहीं है।
इसमें अनेक दिग्गज नेता होते है। प्रदेश स्तर पर संचालित कार्यक्रमों में इनको अलग अलग क्षेत्रों में संगठन द्वारा जिम्मेदारी सौंपी जाती है। अमित शाह के लखनऊ यात्रा के पहले कहा गया कि वह नाराज हैं। कथित नाराजगी का कारण भी स्वयं बना लिया। ऐसा पहले भी होता रहा है। लेकिन हर बार ऐसी कहानी बताने वालों को मुंह की कहानी पड़ती है। अमित शाह लखनऊ की एक दिवसीय यात्रा के दौरान अनेक कार्यक्रमों में शामिल हुए। इन सभी में उन्होंने योगी आदित्यनाथ की जमकर सराहना की। नकारात्मक सोच रखने वाले लोग फिर निराश हुए।
एक कार्यक्रम में तो उन्होंने तीस मिनट के संबोधन में पन्द्रह से अधिक बार योगी आदित्यनाथ का नाम लिया। अमित शाह कई वर्ष पहले प्रभारी के रूप में उत्तर प्रदेश से जुड़े रहे है। उस समय वह प्रदेश की व्यापक यात्राएं करते थे। पिछली सरकार के कार्यकाल में भी उन्होंने प्रदेश की स्थिति को करीब से देखा समझा था। वह इस पर सवाल भी उठाते थे। अमित शाह तुलनात्मक आधार पर अपनी बात रखते है। योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव किया है। इससे सुशासन की स्थापना संभव हुई है। विकास के मामले में उत्तर प्रदेश ने विगत साढ़े चार वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति की है। अमित शाह ने कहा कि इस अवधि में उत्तर प्रदेश को माफियाओं से मुक्ति मिली है। उनकी हजारों करोड़ रुपये की अवैध सम्पत्ति जब्त की गई। अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाये गए।
सभी क्षेत्रों बड़े स्तर पर सुधार किये गए।
उत्तर प्रदेश बदल रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, निवेश, निर्माण, ढांचागत सुविधाएं बढ़ाने के बेमिसाल कार्य हुए है। अमित शाह ने कहा कि यहां के लोगों ने सभी दलों की सरकारें देखी हैं। भाजपा सुशासन के आधार पर जन आकांक्षाओं को पूरा करती है। योगी सरकार ने अपने सभी वादे पूरे किए है। इसलिए योगी आदित्यनाथ ने नेतृत्व वाली सरकार को पुनः जनता का आशीर्वाद मिलेगा। शाह ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के लोगों से यही आशीर्वाद मांगने आये है।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को विकसित बनाने के लिए सरकार चलाई है। घोषणा पत्र को लेकर सैकड़ों रथ निकले थे। लोक संपर्क हुआ था और उसके बाद घोषणा पत्र जारी हुआ था। योगी सरकार ने नब्बे प्रतिशत से ज्यादा वादों को पूरा किया है।
शाह ने कहा कि मैं हिसाब कर के आया हूं। क्योंकि मुझे जवाब देना था। घोषणा पत्र मैंने ही जारी किया था। उसका नब्बे प्रतिशत वादा योगी आदित्यनाथ ने पूरा कर दिया है। चुनाव से पहले शेष कार्य भी पूरे हो जाएंगे। इतने विशाल प्रदेश के अंदर हर घर में बिजली पहुंचाने का काम किया है। हर गरीब के घर में शौचालय और बिजली पहुंचाने का काम समाप्त हो गया है। गरीबों को घर देने का वादा भी पूरा किया जा रहा है। साठ करोड़ लोगों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्चा नरेंद्र मोदी और योगी सरकार दे रही है। हर घर में नल से जल पहुंचाने का संकल्प लिया है। यह उत्तर प्रदेश में साकार हो रहा है।
विपक्ष के पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। विकास में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार बहुत आगे निकल चुकी है। केन्द्र की मोदी सरकार के काम से लेकर योगी सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक बताने की जरूरत है।
विपक्ष की नाकामियों को बताया जाएगा। तीन चार दशक पहले तक उत्तर प्रदेश में मात्र नौ मेडिकल कॉलेज थे। इनमें तीन मेडिकल कॉलेज ब्रिटिश राज्य में बने थे। बाद में मात्र सात मेडिकल कॉलेज ही बनाये गए। योगी सरकार पैंतीस नए मेडिकल कॉलेज व दो एम्स की सौगात दे रही है। ऐसे ही एयर पोर्ट निर्माण में सत्तर वर्षों का रिकार्ड बहुत पीछे रह गया है। पैंतालीस कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश नम्बर वन है।