Breaking News

मर्यादा के अनुरूप मूर्ति विसर्जन का निर्देश

लखनऊ। महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम के समस्त जोनल अधिकारियों और मंगलमान समिति के सदस्यों संग बैठक कर दीपावली के पश्चात वर्ष भर पूजी गयी मूर्तियों के ससम्मान भू विसर्जन हेतु जोनवार योजना बनाई एवं अभियान को गति देने हेतु समन्वय स्थापित कर कार्य करने के लिए निर्देशित किया।

महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेष अभियान चलाकर शहर भर से धार्मिक स्थलों, पेड़ो के नीचे, सड़क किनारे चौराहों पर पहले से रखी हुई लावारिस पड़ी मूर्तियां एकत्रित कर विधिविधान से ससम्मान भू विसर्जन कराएं।

महापौर की अध्यक्षता में नगर निगम मुख्यालय पर हुई बैठक में महापौर ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जोन में 4 से 6 बड़े स्थानों को चिन्हित कर पुरानी मूर्तियों का कलेक्शन पॉइंट बनाया जाए। महापौर ने सभी जोनल अधिकारी को निर्देशित किया कि अपने जोन में समस्त पार्षदों, सामाजिक संस्थाओं और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मठ, मंदिरों से संपर्क कर उनके सहयोग से जनजागरूकता अभियान चलाकर पुरानी मूर्तियों को चयनित स्थान पर इक्कठा किया जाए।

महापौर ने बताया कि विभिन्न कलेक्शन स्थलों से नगर निगम द्वारा विशेष वाहन चलाकर प्रत्येक जोनों में पुरानी मूर्तियों को इक्क्ठा किया जाएगा। प्रत्येक जोन में आवश्यकतानुसार मूर्तियों के ससम्मान भू विसर्जन हेतु गड्ढे खुदवाकर ससम्मन भुविसर्जन किया जाएगा। महापौर ने इस महत्त्वपूर्ण कार्य हेतु मुख्य कर एवं निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह को नोडल अधिकारी बनाया, जो मंगलमान समिति एवं अन्य सामाजिक संगठनों व नगर निगम जोनल अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर पुरानी पूजी गई मूर्तियों के भुविसर्जन कार्य को विधिविधान से कराएंगे।

महापौर ने बताया कि अक्सर देखा जाता है दीपवाली के पश्चात विभिन्न धार्मिक स्थलों, पेड़ के नीचे, डिवाइडर, चौराहों और नदी किनारे पुरानी मूर्तियों को लोग छोड़ जाते है, जो बाद में खंडित होकर कुडे के ढ़ेर, गाड़ियों के पहियों के नीचे अथवा नदियों किनारे अपमानित होती है, जिनका विधि विधान से विसर्जन नही हो पाता है, वर्ष भर श्रद्धा के साथ जिन प्रतिमाओं का पूजन करते हैं, खंडित होने अथवा दीपावली पर नई मूर्तियों को पूजन हेतु उनके स्थान पर स्थापित कर पुरानी वर्ष भर पूजी मूर्तियों को विसर्जित करने की जगह इधर – उधर लावारिस रख देते हैं, जिससे मूर्तियों का अपमान होता है । यह धर्म संकट दीपावली के अवसर पर अधिक होता है। इससे देवी देवताओं का अपमान तो होता ही है और आस्था का उपहास भी होता है।

साथ ही नदियों में विसर्जन पर रोक होने के बाबजूद विकल्प न होने से लोग प्रायः चोरी छुपे नदियों में ही प्रतिमाएं विसर्जित करते है। जिससे नदियां भी प्रदूषित होती है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि पुरानी पूजीं गयी मूर्तिया इक्कठा करें और इसकी जानकारी मंगलमान की वेबसाइट www.mangalman.in या 8574103898 पर व्हाट्सएप्प या 9415755950 पर फोन कर भेजने के लिए जानता को जागरूक करें, जिससे कि उस स्थान से मूर्तियों को आपके माध्यम से इकट्ठा कर उनका ससम्मान सामूहिक भू विसर्जन किया जाए। इस हेतु आज यह योजना बनाई गई है। उक्त बैठक में महापौर संयुक्ता भाटिया संग अपर नगर आयुक्त अभय द्विवेदी,अपर नगर आयुक्त पंकज सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह, समस्त जोन के जोनल अधिकारी,मंगलमान समिति के अध्यक्ष गणेश ताम्रकार,त्रिभुवन शुक्ला सहित अन्य समिति के पदाधिकारी जन उपस्थित रहे।

About Samar Saleel

Check Also

क्या टेलरिंग शॉप और सैलून में पुरुषों पर रोक से महिलाएँ सुरक्षित हो पायेगी?

सामाजिक मान्यताएँ अक्सर महिलाओं को कमज़ोर और पुरुषों को आक्रामक के रूप में चित्रित करती ...