औरैया। बिधूना विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक विनय शाक्य की पुत्री रिया शाक्य ने अपने पिता के भाजपा से इस्तीफे के बाद फिर अपने चाचा देवेश शाक्य के खिलाफ मुखर होते हुए कहा है कि उनके पिता भाजपा विधायक विनय शाक्य भाजपा में ही रहना चाहते थे और यदि उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति ठीक होती तो वह भाजपा छोड़कर कभी नहीं जाते लेकिन उनके चाचा देवेश शाक्य ने यह सब दलबदल कराया है।
रिया शाक्य ने कहा है कि उनके चाचा देवेश शाक्य उनके पिता को दवाई दिलाने की बात कह कर दो दिन पहले ले गए थे जहां पर उन्होंने उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्य से मिलवाया। उन्होंने यह भी दावा किया है कि जब उसने अपने पिताजी के गायब होने का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया तब चाचा ने लखनऊ से पिताजी को दूसरी गाड़ी से इटावा भिजवा दिया। रिया शाक्य ने पुलिस अधीक्षक से मंगलवार की अपने पिता की लखनऊ व इटावा की लोकेशन निकलवाए जाने की भी मांग की है ताकि उसके वीडियो की बात का दूध का दूध पानी का पानी हो सके।
रिया ने यह भी आरोप लगाया है कि उसके चाचा देवेश शाक्य उसके पिता के चेहरे को आगे कर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं जबकि वह अपने पिता की राजनैतिक विरासत की उत्तराधिकारी है। वह भाजपा में थी और भाजपा में ही रहेगी टिकट मिले न मिले समाज सेवा के लिए राजनीति में उतरी है और जनता की सेवा के लिए संकल्पित रहेंगी। उन्होंने कहा है कि उनके पिता ने सदैव दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यकों समाज के वंचितों व शाक्य मौर्य सैनी कुशवाहा समाज के हक अधिकार और उत्थान के लिए संघर्ष किया है वह भी अपने पिता के बताए रास्ते पर चलने को अडिग है।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर