लखनऊ। प्राचीन धरोहरों को वर्तमान समय में भी जीवंत और प्रांसगिक बनाये रखने के मकसद से अंजुमन-ए-हिंद अवध ने अपना Heritage Calendar हेरिटेज कैलेंडर जारी किया है। इसमें प्राचीन धरोहर सफ़ेद बारादरी की मनमोहक भव्यता दर्शायी गयी है।
सफेद बारादरी की भव्यता से युक्त है Heritage Calendar
कैसरबाग सफेद बारादरी की अवध वाटिका में एक सादे कार्यक्रम में अंजुमन-ए-हिंद, अवध के अध्यक्ष राजा आनंद सिंह ने सफेद बारादरी की भव्यता से युक्त 12 पेज का Heritage Calendar हेरिटेज कैलेंडर जारी किया है। इस अवसर पर उनके साथ अंजुमन-ए हिंद, अवध के पूर्व अध्यक्ष राजा शिवनाथ शरण सिंह, अवैतनिक सचिव मनीष वर्धन सिंह, संयुक्त सचिव सैय्यद तारिक हसन नकवी, सहायक सचिव राजा स्वरेश्वर बली के अलावा कार्यकारिणी समिति के सदस्य कौशलेंद्र प्रताप सिंह, ध्यान पाल सिंह, कैप्टन कमलेंद्र बहादुुर सिंह, राजा रामानुुज प्रताप साही, राजा शैलेंद्र सिंह, विनय कुमार सिंह, राजा राकेश प्रताप सिंह, गुुफरान अहमद, अखिलेंद्र प्रताप सिंह, प्रत्यूूष वर्धन सिंह, वसीउर रहमान , मो.नसीब, सैयद बाकर इमाम काजमी, राजेंद्र प्रताप सिंह, कमलेश सेठ, बाबू संजय प्रताप सिंह, लाला लवकुश नारायण सेठ, राजा यादवेन्द्र विक्रम सिंह, ठाकुर पीएन सिंह, राजा दिव्याकर प्रताप सिंह, राजा सैयद शारिक अली खां और राज कुमार सेठ उपस्थित रहे।
नवाब वाजिद अली शाह की दें है सफेद बारादरी
बताते चले कि सफेद बारादरी का निर्माण अवध के पांचवे नवाब वाजिद अली शाह ने अपने कार्यकाल 1847-1856 के बीच कराया था। ब्रिटिश हुकूमत के समय 1861 में अवध के लेफ्टिनेंट गवर्नर जॉन किंग फील्ड ने इस सफेद बारादरी में अवध के तालुकेदारों का दरबार आयोजित किया था।
अवध के तालुकेदारों ने अंजुमन-ए-हिंद अवध (जिसे ब्रिटिश इंडिया एसोसिएशन बीआईए) के नाम से एक एसोसिएशन भी बनाया था। यह एसोसिएशन तबसे लगातार इस बारादरी के रखरखाव के जिम्मेदारी निभा रहे है। सफेद बारादरी तथा इससे जुडा हुआ पार्क अवध वाटिका विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनती आ रही है। इस प्राचीनतम धरोहर को वर्तमान में भी जीवंत एवं प्रासंगिक बनाये रखने के लिए कुुछ माह पहले इसका सौंदर्यीकरण भी अंजुमन-ए-हिंद अवध एसोसिएशन के अध्यक्ष राजा आनंद सिंह ने कराया। सामाजिक सरोकारों का गवाह बनी इस धरोहर को वर्तमान समय में समाज के बीच लाने के लिए 12 पेज का कैलेण्डर जारी किया गया है।