पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से आग लग सकती है। सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित नहीं कर सकती है।तेल कंपनियों ने लगातार 43वें दिन आम लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं की हैं।
इससे पहले तेल कंपनियों ने 6 अप्रैल को पेट्रोल-डीजल की कीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल (Crude Oil) के आधार पर ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) के दाम तय करती हैं.
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शहर का नाम | पेट्रोल | डीजल |
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दिल्ली | 105.41 | 96.67 |
मुंबई | 120.51 | 104.77 |
कोलकाता | 115.12 | 99.83 |
चेन्नई | 110.85 | 100.94 |
इसकी प्रमुख वजह है कि देश में मुद्रास्फीति बढ़ गई है और हाल के दिनों में ईंधन की कीमत भी बढ़ी है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब तक भारत अपनी ईंधन जरूरतों के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार पर निर्भरता कम करने के लिए तेल का उत्पादन नहीं बढ़ाता, तब तक पेट्रोल और डीजल की कीमतें अस्थिर बनी रहेंगी।