- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, May 23, 2022
लखनऊ। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत, 22 मई को, सुरक्षा जीवन रक्षा के मूल उद्देश्य के साथ, नवयुग कन्या महाविद्यालय, राजेंद्र नगर के राष्ट्रीय सेवा योजना, नेशनल कैडेट कोर विंग तथा मिशन शक्ति के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय परिसर में यातायात एवं सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस आयोजन में एसीपी ट्रैफिक सैफूद्दीन, ट्रैफिक इंस्पेक्टर विपिन पांडे, ट्रैफिक वार्डन नीरज सिंह, रोड सेफ्टी कोऑर्डिनेटर एहतेशाम ने सड़क सुरक्षा नियमों की विस्तृत जानकारी दी, गलत तरीके से वाहन चलाने से दुर्घटनाएं होती हैं उन मुद्दों पर प्रकाश डाला, ट्रैफिक सिग्नल की विस्तृत जानकारी दी, विशेष रूप से इस बात पर भी बल दिया कि यदि किसी जगह पर कोई दुर्घटना हो जाती है तो मानवता के आधार पर हम सभी को दूसरे के साथ फर्स्ट एड तथा अन्य आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने में अग्रणी रहना चाहिए।
दुपहिया और चार पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट के इस्तेमाल पर बल दिया गया। इस बात पर बल दिया कि अपनी सुरक्षा के साथ-साथ दूसरे की सुरक्षा पर भी ध्यान देना आवश्यक है। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद करते हुए तथा छात्राओं को यातायात के नियमों एवं सड़क सुरक्षा के प्रति संबोधित करते हुए कहा ‘जीवन अमूल्य है’।
युवा छात्राओं को विशेष रूप से यातायात नियमों के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया और जो प्रशिक्षण प्राप्त किया उसे अन्य तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया ताकि कड़ी से कड़ी बने और सभी सुरक्षित रह सकें। इस अवसर पर एन.सी.सी अधिकारी मेजर डॉ मनमीत कौर सोढ़ी ने कहा हमें हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ इसलिए सड़क संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर मिशन शक्ति संयोजिका डॉ नीतू सिंह एवं डॉ सीमा पांडे राष्ट्रीय सेवा योजना से कार्यक्रम अधिकारी डॉ वंदना द्विवेदी एवं डॉ नेहा अग्रवाल तथा बड़ी संख्या में एन.सी.सी कैडेट, एन.एस.एस की स्वयं सेविकाये एवं छात्राएं उपस्थित रही।
एनसीसी कैडेट पल्लवी मिश्रा ने स्वरचित कविता के माध्यम से यातायात नियमों एवं सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया। प्रशिक्षण अभियान के पश्चात सड़क सुरक्षा जागरूकता के उद्देश्य से राजेंद्र नगर इलाके में रैली निकाली गई जिसमें पोस्टर ,स्लोगन एवं नारे के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास किया गया।
रिपोर्ट – दयाशंकर चौधरी