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योगी 2.0 के गठन के बाद 18वीं विधानसभा का पहला अधिवेशन प्रारंभ

  • मुख्यमंत्री ने विधान भवन परिसर में विधान सभा सत्र के पहले मीडिया को सम्बोधित किया

  • आज समवेत सदन को राज्यपाल का महत्वपूर्ण संबोधन प्राप्त होगा

  • भावी कार्ययोजना को भी सदन में चर्चा परिचर्चा का विषय बनाएंगे

  • Published by- @MrAnshulGaurav
  • Monday, May 23, 2022

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विधान भवन परिसर में विधान सभा सत्र के पहले मीडिया को सम्बोधित किया। उन्होंने विधानसभा के सभी निर्वाचित सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि नई सरकार गठन होने के बाद आज 18वीं विधानसभा का पहला अधिवेशन प्रारंभ होने जा रहा है।

योगी 2.0 के गठन के बाद 18वीं विधानसभा का पहला अधिवेशन प्रारंभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक वर्ष विधान सभा के प्रथम सत्र की शुरुआत महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होता है। आज समवेत सदन को राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी का महत्वपूर्ण संबोधन प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि विगत लगभग तीन वर्ष से राज्यपाल महोदया जी का मार्गदर्शन प्रदेश के विकास एवं लोक कल्याण के लिए मिला है।

सदन के सभी सदस्यगण आज उनके अभिभाषण से मार्गदर्शन प्राप्त करके न केवल प्रदेश सरकार की पिछली उपलब्धियों को बल्कि भावी कार्ययोजना को भी सदन में चर्चा परिचर्चा का विषय बनाएंगे। साथ ही, गंभीर और प्रभावी बहस के माध्यम से देश की सबसे बड़ी विधानसभा की गौरव और गरिमा में वृद्धि करने में अपना योगदान देंगे।

मुख्यमंत्री ने विधान भवन परिसर में विधान सभा सत्र के पहले मीडिया को सम्बोधित किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी सत्र में प्रदेश का वर्ष 2022-23 का बजट भी प्रस्तुत किया जाएगा। 26 मई, 2022 को प्रदेश सरकार अपना बजट विधानसभा में प्रस्तुत करेगी। यह बजट प्रदेश की 25 करोड़ जनता के विकास, गरीबों के कल्याण, समाज के प्रत्येक नागरिकों के हितों के अनुकूल होगा। इस बजट सत्र में सदन के सभी सदस्य भाग लेंगे और बजट को पारित करके प्रदेश की 25 करोड़ जनता के जीवन में व्यापक परिवर्तन करने में अपना योगदान देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए गरीबों, किसानों, नौजवानों के साथ आधी आबादी के हितों के लिए किसी भी प्रकार की चर्चा-परिचर्चा के लिए सदैव तैयार है। इस अवसर पर सभी सदस्यों को सदन में अपनी बात को रखने का मौका भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि माननीय सदस्य गण अपनी बात को तभी सदन में रख पाएंगे जब विपक्ष सदन का माहौल सकारात्मक बनाने में अपना योगदान देगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी सार्थक और सारगर्भित मुद्दों पर चर्चा के साथ ही उसका उत्तर देने के लिए भी पूरी तरह तैयार है।

मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि सदन के सदस्य अपनी रचनात्मक ऊर्जा का उपयोग प्रदेश के विकास को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने में अपना योगदान देंगे। देश की सबसे बड़ी विधानसभा होने के नाते जो भी कार्य सदन में होंगे, उसकी चर्चा देश के अन्य राज्यों में भी होगी। सदस्य आज सदन में कोई भी ऐसा आचरण न करें जो सदस्यों की गरिमा के विरुद्ध हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत पांच वर्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में लोक कल्याण हेतु इनफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, गरीब कल्याण और प्रदेश के समग्र विकास के लिए जो कार्य प्रदेश सरकार द्वारा किये गये हैं, उन सब पर चर्चा के साथ ही, भावी योजनाओं पर भी चर्चा का मंच सदन होता है। सदन चर्चा का बेहतरीन मंच होना चाहिए।

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