Breaking News

विदेशी तेलों के दाम में गिरावट के बीच ये होगा भारत में पेट्रोल-डीजल का नया रेट …

विदेशों में मंदी के रुख के बीच देशभर के तेल-तिलहन बाजारों में बीते सप्ताह सोयाबीन, सीपीओ, पामोलीन तेल, मूंगफली तेल कीमतों में गिरावट आईअंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बावजूद भारतीय बाजार में वाहन ईंधन की कीमतों पर राहत जारी है। पेट्रोल-डीजल की कीमत में तीन हफ्तों से कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन अब एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ सकते हैं।

 

इससे जून में मंथली एवरेज 118.3 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। इससे पहले अप्रैल, 2012 में यह कीमत 118.6 डॉलर प्रति बैरल पहुंची थी। देश में अंतिम बार छह अप्रैल को पेट्रोल और डीजल की कीमत में अंतरराष्ट्रीय कीमत के मुताबिक बदलाव हुआ था। पिछले महीने सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी।

सूत्रों ने कहा कि मंडियों में सरसों की आवक निरंतर घट रही है और समीक्षाधीन सप्ताह में शनिवार को इसकी आवक घटकर लगभग 2.75-3 लाख बोरी रह गई है जबकि देश में सरसों की मांग प्रतिदिन करीब पांच लाख बोरी की है।

सरसों की अगली फसल आने में लगभग आठ-साढ़े आठ माह की देर है और बरसात के साथ इस तेल की मांग बढ़ना तय है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाल ही में क्रूड कॉस्ट यानी कच्चे तेल की लागतबढ़कर 121।28 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है, जो 2012 के बाद से यानी 10 साल में हाई रिकॉर्ड पर है।

 

About News Room lko

Check Also

रिकॉर्ड तेजी के बाद चांदी की कीमतें फिसलकर तीन हफ्ते के निचले स्तर पर, सोना 100 रुपये टूटा

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, स्टॉकिस्टों और खुदरा विक्रेताओं की भारी बिकवाली के कारण ...