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ई-सुश्रुत अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पर CMO सभागार में प्रशिक्षण

सुल्तानपुर। जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को नवीन कंप्यूटर तकनीक से युक्त कर बेहतरीन प्रबंधन के लिए CMO सभागार में शुक्रवार को प्रशिक्षण आयोजित हुआ। इसमें चयनित चिकित्सा इकाइयों के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.के.त्रिपाठी की अध्यक्षता में “ई-सुश्रुत” पर आयोजित प्रशिक्षण में जिला महिला और पुरुष चिकित्सालय, बल्दीराय, कादीपुर, लम्भुआ, जयसिंहपुर, दुबेपुर के तहसील स्तरीय चिकित्सालयों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया । सी-डैक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट एंड अडवांस कंप्यूटर) के प्रशिक्षकों ने सभी को तकनीकी जानकारी दी । सी.एम्.ओ. ने बताया कि “ई-सुश्रुत” सी-डैक की अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एच.एम.आई.एस.) स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ई-सुश्रुत अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पर CMO सभागार में प्रशिक्षण

इसका मुख्य उद्देश्य कम लागत पर कंप्यूटिंग शक्ति का उपयोग करके जनसाधारण को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है । लाभार्थी अस्पतालों द्वारा अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एच.एम.आई.एस.) का एक सेवा के रूप में उपयोग किया जाएगा और कंप्यूटरीकरण के लिए उसे प्रौद्योगिकी, प्रशासन और कार्यान्वयन द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

क्या है ई-सुश्रुत- ई-सुश्रुत, उत्तर प्रदेश- अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एच.एम.आई.एस.) अब 129 जिला अस्पतालों और 350 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में नैदानिक और बैक ऑफिस कार्य प्रवाह के डिजिटलीकरण के लिए एक सल्यूशन (समाधान) के रूप में शुरू की गई है। स्वास्थ्य सेवा में सुधार करने के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पहल है। एच.एम.आई.एस. बेहतर अस्पताल प्रशासन और रोगी स्वास्थ्य देखभाग के लिए एक एकीकृत कंप्यूटरीकृत नैदानिक जानकारी उपलब्ध कराता है।

यह रोगी का एक सटीक, इलेक्ट्रॉनिक रुप से संग्रहित मेडिकल रिकार्ड भी प्रदान करेगा । एच.एम.आई.एस. एप्लिकेशन रोगियों के उपचार प्रवाह को सुव्यवस्थित करेगा ,साथ ही कार्यबल को उनकी अधिकतम क्षमता के लिए अनुकूलित और कुशल तरीके से प्रदर्शित करने के लिए सक्षम बनाएगा। एच.एम.आई.एस. को एक्सेस करने के लिए प्रयोक्ता (यूजर) आई.डी. भी बनाई जाएगी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) उत्तर प्रदेश के सुझावों के अनुसार उपयोगकर्ता को संबंधित एक्सेस भूमिकाएं (रोल) भी दी जाएंगी।

सुविधाएं (एडवांटेज) – सभी अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों में लोगों, प्रक्रियाओं और डेटा को एक ही प्लेटफार्म पर रियल टाइम में जोड़ता है। दस्तावेज़ों और सूचनाओं के कार्य प्रवाह (वर्कफ्लो) को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से रूट करता है। ज्ञान आधारित एवं अस्पताल की आवश्यकताओं के अनुसार एप्लिकेशन को कॉन्फिगर करने लिए सुगम है।

प्रत्येक विभाग, प्रयोगशाला आदि के अनुसार अनुकूलित नैदानिक डेटा, बिलिंग, फार्मेसी/इन्वेंट्री में पारदर्शिता सुनिश्चित करता है । रोगी की पहचान के लिए विशिष्ट यू.एच.आई.डी. पहचानकर्ता (आइडेंटिफायरस)।,मल्टी हॉस्पिटल/इंटरऑपरेबल एच.ई.आर. के लिए सपोर्ट करता है, राष्ट्रीय पोर्टल ई-रक्तकोष, मेरा अस्पताल, ओ.आर.एस. आदि के साथ एकीकृत है।

रिपोर्ट – शिव प्रताप सिंह सेंगर

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