सफर चाहे लंबा हो या छोटा आजकल हर किसी के कानों में ईयरफोन व हेडफोन जरूर मिलेगा। आज के वक्त में घंटों तक ईयरफोन का प्रयोग करना एक आदत सी बन गई है। अगर, आपको भी कोई ऐसी ही आदत लग गई है, तो सावधान हो जाइए।
बहुत ज्यादा देर तक ईयरफोन का प्रयोग करने से न सिर्फ आपके कानों को नुकसान पहुंच सकता है, बल्कि ये आपके शरीर के बाकि हिस्सों के लिए भी खतरनाक साबित होने कि सम्भावना है।
कानों का होता है इंफेक्शन
मेट्रो, बस, गाड़ी में घंटों तक हेडफोन व ईयरफोन का प्रयोग करने से कान के इंफेक्शन का खतरा होने कि सम्भावना है। कोई आदमी 40 घंटे से अधिक देर तक ईयरफोन पर 90 डेसिबल की ध्वनि पर कोई वस्तु सुनता है, तो कान की सुनने वाली नसें डेड हो सकती है।
मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव
कई घंटों तक हेडफोन व ईयरफोन का प्रयोग करने से न सिर्फ कानों को नुकसान पहुंच सकता है, बल्कि इससे मस्तिष्क पर भी निगेटिव प्रभाव पड़ता है। ईयरफोन से निकलने वाली चुंबकीय तरंगे सीधे तौर पर मस्तिष्क की कोशिकाओं पर बुरा प्रभाव डालते हैं। ज्यादा देर तक ईयरफोन का प्रयोग करने से सिर दर्द, नींद की कमी, कानों में दर्द, गर्दन के किसी हिस्से में दर्द जैसी समस्या हो सकती है।
कानों से कम सुनाई देना
ईयरफोन का प्रयोग कर ने से कानों की सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है। सामान्य तौर पर कानों की सुनने की क्षमता 90 डेसिबल होती है जो लगातार सुनने से धीरे-धीरे 40 से 50 डेसिबल तक कम हो जाती है। कुछ मामलों में यह बहरेपन की वजह भी बन सकता है।
आज ही करें कानों का बचाव
– सफर या किसी भी वक्त बिना आवश्यकता के ईयरफोन का इस्तेमाल करने से बचें।
– लगातार कई घंटों तक ईयरफोन का प्रयोग करना महत्वपूर्ण हो तो एक घंटे के बीच 5-10 मिनट का ब्रेक जरूर लें।
– कानों में किसी तरह का प्रयोग न करें। अच्छे क्वालिटी के ईयरफोन्स का प्रयोग ही करें।