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‘आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई एप’ से अब आशा भी बनायेंगी आयुष्मान कार्ड

अब घर-घर जाकर लाभार्थियों को चिन्हित करेंगी आशा

औरैया। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की पहचान अब आशा कार्यकर्ता भी कर सकेंगी। और आयुष्मान लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड भी बनाएंगी। योजना की कार्यदाई संस्था नेशनल हेल्थ अथारिटी ने एप लांच किया है। लाभार्थियों की पहचान करने के साथ ही आशा आयुष्मान भारत पी एम जे ए वाई ऐप के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए उनको चिन्हित भी करेंगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि आयुष्मान कार्ड को गति देने के लिए अब आशा कार्यकर्ताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए कार्यदाई संस्था ने आयुष्मान भारत पीएमजेवाई ऐप लांच किया है। वह अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाएंगी। इससे आयुष्मान कार्ड जल्द लोगों तक पहुंच जाएगा। कार्यकर्ताओं को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डॉ वीपी शाक्य ने बताया कि ये मोबाइल एप है। इसके माध्यम से आशा कार्यकर्ता जनपद के उन लाभार्थियों की पहचान करेंगी, जिनके आयुष्मान कार्ड अब तक नहीं बन पाये हैं।प्रशिक्षण में उन्हें ऐप सक्रिय करने के साथ साथ लाभार्थियों का डिटेल सर्च कर आयुष्मान कार्ड बनाने तक की जानकारी दी जा रही है , ताकि कार्ड बनाने में असहजता की स्थिति पैदा न हो।

जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ ज्योतींद्र मिश्रा ने बताया कि आशा को बीसीपीएम के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इसके मदद से आशा घर-घर जाकर लाभार्थियों की केवाईसी कर आयुष्मान कार्ड बनाएंगी। हालांकि जनसेवा केंद्र या फिर आरोग्य केंद्र पर जाकर प्रिंट लेना होगा।

ऐसे होगा ऑथेंटिकेशन

जिला कार्यक्रम समन्वयक बताते हैं कि आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई मोबाइल एप पर संबंधित आशा अपने क्षेत्र के लाभार्थियों की सूची डाउनलोड कर केवाईसी के माध्यम से लाभार्थी का चिन्हांकन और उसका आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड के आधार पर उसकी पहचान की जाएगी और फिर विभिन्न प्रक्रिया से गुजरते हुए सभी जरूरी जानकारी एप पर दिये गये फार्म में भरनी होगी।

यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद सूची में सम्मिलित पात्र लाभार्थी का ऑथेंटिकेशन के आधार पर उसका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इस कार्य का किसी लाभार्थी को कोई शुल्क नहीं देना है।

फोन पर किसी को न दें ओटीपी और पिन की जानकारी

डॉ. ज्योतींद्र ने अपील की है कि आशा किसी अनजान व्यक्ति को फोन पर ओटीपी अथवा पिन की जानकारी न दे। जनपद में 9 सरकारी और 3 निजी अस्पताल योजना से जुड़े है।

  • जिले में आयुष्मान योजना की स्थिति
  • कुल लाभार्थी – 162673 परिवार
  • कुल बने आयुष्मान कार्ड परिवार – 76835
  • कुल लाभार्थी (जिनका नि: शुल्क इलाज हुआ) – 9404

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर 

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