Breaking News

शास्त्र के साथ शस्त्र चलाने की शिक्षा देता है सनातन धर्म- ऋषि त्रिवेदी

लखनऊ। अखिल भारत हिन्दू महासभा ने यहां प्रान्तीय कार्यालय में विगत वर्षों की भांति विजयदशमी पर्व के मौके पर शस्त्र पूजन का आयोजन किया। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी, सिद्धार्थ दुबे प्रदेश महामंत्री, एमके अग्रवाल, विपिन सिंह, राघवेंद्र सिंह चौहान, बृजेश शुक्ला, राजेश शुक्ला, प्रकाश श्रीवास्तव, विजय उपाध्याय मण्डल अध्यक्ष लखनऊ सहित पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी एवं नेताओं, कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि सनातन धर्म शास्त्र का अध्ययन कराने के साथ-साथ धर्म की रक्षा के लिये शस्त्र चलाने की भी शिक्षा देता है, इसलिये हिन्दू समाज के प्रत्येक सदस्य को शस्त्र चलाने की षिक्षा जरूर लेनी चाहिए, ताकि वक्त जरूरत पर धर्म की रक्षा के साथ अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके। श्री त्रिवेदी ने बताया कि शस्त्र पूजन की परम्परा की शुरूआत ही अपने आप में सनातनधर्मियों के लिये एक बहुत बड़ा उदाहरण है, जो यह बताता है कि जरूरत पड़ने पर शस्त्र उठाने में पीछे नहीं हटना चाहिए।

इससे पहले भारी बारिश के कारण लगभग तीन घण्टे देरी से शुरू हुये शस्त्र पूजन में काफी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी, नेता एवं कार्यकर्ता जुट गये और पूरे विधि विधान के साथ शस्त्र पूजन का आयोजन मंत्रोच्चारण के बीच किया गया। उन्होंने बताया कि विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजन का विधान है यह प्रथा कोई आज की नहीं है बल्कि सनातन धर्म से ही इस परंपरा का पालन किया जाता है इस दिन शास्त्रों के पूजन का खास विधान है ऐसा माना जाता है कि क्षत्रिय इस दिन शस्त्र पूजन करते हैं जबकि ब्राह्मण इस दिन खासतौर से शास्त्रों का पूजन करते हैं।

विजयादशमी पर यानी बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार अधर्म पर धर्म की जीत का त्यौहार मनाया जाता है। इस त्यौहार पर शस्त्र पूजा का खास विधान है यहां तक कि हमारी सेना में विजयादशमी के पर्व पर शस्त्र पूजन किया जाता है। विजयदशमी के दिन जो भी कार्य शुरू किया जाए, उसमें सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आज भी शस्त्र पूजन की यह परंपरा प्राचीन काल से जारी है। उस वक्त भी योद्धा युद्ध पर जाने के लिए दशहरे के दिन का चयन करते थे।

About Samar Saleel

Check Also

अवध विवि में विश्व टेलीविजन दिवस पर व्याख्यान का आयोजन

• सूचना एवं मनोरंजन का सशक्त माध्यम टेलीविजन- डाॅ विजयेन्दु चतुर्वेदी • टेलीविजन विकास यात्रा ...