प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरीनाथ और केदारनाथ धाम दौरे से पहले गरुड़चट्टी के पास मंगलवार को हेलीकॉप्टर क्रैश से प्रशासन भी हाई अलर्ट पर आ गया है।प्रधानमंत्री केदारनाथ भ्रमण के दौरान सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना की समीक्षा करेंगे।
इसके लिए एनएचएआई की रोपवे विंग नेशनल हाईवे लॉजिस्टक मैनेजमेंट लिमिटेड (राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड) ने परियोजना के निदेशक पंकज कुमार मौर्य के निर्देशन में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोपवे निर्माण क्षेत्र की वीडियो व फोटोग्राफी की है।
इस दौरान बदरी-केदार मंदिर समिति के अधिकारियों को पीएम के दौरे को लेकर विशेष दिशा निर्देश दिए गए। 21 और 22 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ और बदरीनाथ आने का प्रस्तावित कार्यक्रम है।उन्होंने बताया कि वीडियो व फोटो के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी को सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि रोपवे निर्माण के लिए वन भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई शुरू हो गई है। साथ ही चिह्नित किए गए पेड़ों का छपान भी पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद अंतिम डीपीआर केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।
मार्च 2023 से रोपवे परियोजना का निर्माण शुरू हो जाएगा। इसी को लेकर पीएमओ से तीन सदस्यीय एक टीम केदारनाथ पहुंची थी। टीम ने केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह आदि गुरु शंकराचार्य समाधि स्थल और केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया।