कार्तिक मास का दूसरा और साल का अंतिम ग्रहण आज लगेगा। काफी समय बाद एक ही माह में दो ग्रहण लग रहे हैं। दिवाली पर जहां सूर्यग्रहण का साया था तो कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर चंद्रग्रहण लग रहा है। चंद्रग्रहण के कारण ही देव दीपावली सहित सभी उपक्रम पहले हो गए।
सूतक काल: चंद्र-ग्रहण को एक विशेष खगोलीय घटना माना जाता है वहां चंद्रमा को मन का कारक मानते हुए इसके व्यापक प्रभाव की बात ज्योतिषविद कहते हैं। विद्वानों के अनुसार, 8 नवंबर मंगलवार का ग्रहण भी इसी तरह है। इस चंद्रग्रहण का सूतक 8 नवंबर की सुबह 8. 29 बजे से लग जायेगा।
एक माह में दूसरा ग्रहण: कार्तिक मास में ही यह दूसरा #ग्रहण 15 दिन के अंतराल में है। दिवाली पर सूर्यग्रहण का साया रहा। 25 अक्तूबर को सूर्यग्रहण के कारण दिवाली के पांच पर्वों की श्रृंखला में ब्रेक हुआ था। दिवाली से अगले दिन होने वाला गोवर्धन 26 अक्तूबर को हुआ था।
क्या करें:
ॐ सोम सोमाय नम का जाप करें।
दूध, चावल, बूरा और अन्य स़फेद खाद्य पदार्थों का दान करें।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
ग्रहण का सूतक लग जाने के बाद पूजा न करें
कब शुरू होगा:
8 नवंबर मंगलवार कार्तिक पूर्णिमा
ग्रहण का सूतक सुबह 8:29 से आरम्भ
ग्रहण आरम्भ दोपहर 2:39 से
ग्रहण समाप्त शाम 6:19 पर
भारत में शाम 5.30-6.20 बजे तक
बंद रहेंगे मंदिर के कपाट
कार्तिक पूर्णिमा पर पूरे दिन मंदिर बंद रहेंगे और शाम 6:19 के बाद ग्रहण का मोक्ष होने पर ही मंदिरों के कपाट खुलेंगे।
चंद्रग्रहण सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश में नजर आएगा। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में यह पूर्ण चंद्रग्रहण के रूप में नजर आएगा, बाकी जगह आंशिक दिखाई देगा।
तीर्थनगरी ऋषिकेश में मंगलवार सुबह 8:15 चंद्र ग्रहण का सूतक लगने के बाद सभी मठ मंदिरों के कपाट बंद हो गए। अब कपाट शाम 6:25 पर खुलेंगे। वहीं, गंगा में डुबकी लगाने वाले लोगों के भी भीड़ रही। इस दौरान लोग चंद्र ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए भजन कीर्तन में लीन रहे।
चंद्र ग्रहण की वजह से उत्तराखंड में बदरीनाथ, सहित कई मंदिर बंद हो गए हैं। बदरीनाथ एवं समीपवर्ती अधीनस्थ मंदिर चंद्रग्रहण के दौरान 8 नवंबर को सुबह से ही बंद हो गये हैं। श्री बदरीनाथ मंदिर सहित मां लक्ष्मी मंदिर, मातामूर्ति मंदिर, आदिकेदारेश्वर मंदिर, श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ, वासुदेव मंदिर, दुर्गा मंदिर,योग बदरी पांडुकेश्वर, ध्यान बदरी उर्गम, भविष्य बदरी मंदिर सुभाई आदि मंदिरों के कपाट बंद हो गए हैं