बिधूना। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना में सोमवार को विश्व मधुमेह दिवस पर जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अस्पताल में आए मरीजों की डायबिटीज जांच भी की गई।
सीएचसी अधीक्षक सिद्धार्थ वर्मा ने कहा कि जब शरीर इंसुलिन नहीं बनाता है तो व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित हो जाता है। मधुमेह होने पर ग्लूकोज शरीर की कोशिकाओं में न जाकर रक्त में रहता है। बढ़ा हुआ ब्लड शुगर का स्तर आंखों को क्षति, किडनी को क्षति, हृदय रोग आदि जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। यदि मधुमेह का उपचार नहीं किया तो गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।
सीएचसी बिधूना में चिकित्सक डा. मनीष त्रिपाठी ने अस्पताल में आए मरीजों को जागरूक करते हुए कहा कि मधुमेह की बढ़ती बीमारी के लिए सीधे तौर पर अनियमित दिनचर्या, खान-पान व कम शारीरिक श्रम को जिम्मेदार मानते हैं। उन्होंने कहा के ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षाकृत शहरी क्षेत्र ज्यादा लोग मधुमेह के शिकार हैं, इसका स्पष्ट कारण शारीरिक श्रम का कम या बिल्कुल नहीं होना है। शहरी क्षेत्र के लोग व्यायाम के प्रति बहुत लापरवाह हैं। मानसिक तनाव और खान-पान सहीं नहीं होना, फास्टफूड का अधिक सेवन शहरी क्षेत्र में मधुमेह का बड़ा कारण बनता जा रहा है।
नर्स मेंटर पदम सिंह ने कहा वर्तमान समय में मधुमेह का सबसे आम प्रकार माना जाता है। इसमें पैंक्रियास पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बना पाते हैं, इस वजह से रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। इसकी मुख्य वजह है मोटापा और ज्यादा मीठा या ऐसा खाना जिससे शरीर में #ग्लुगोज की मात्रा बढ़ती या मोटापा बढ़ता है। मधुमेह का यह प्रकार भी कई जोखिमों को बढ़ा सकता है, लेकिन इसे आहार में और जीवनचर्या में बदलाव करके आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
मधुमेह दिवस का इतिहास
हर वर्ष 14 नवम्बर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। लगातार मधुमेह रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय मधुमेह संघ एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1991 में संयुक्त रूप से मधुमेह के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल विश्व मधुमेह दिवस आयोजित करने का फैसला किया था। हर साल विश्व #मधुमेह दिवस की थीम निर्धारित की जाती है। इस वर्ष की थीम ‘‘ देखभाल तक पहुंच के बड़े बहु-वर्षीय विषय के तहत मधुमेह शिक्षा तक पहुंच’’ रखी गई है।
मधुमेह दिवस की जागरूकता गोष्ठी के अवसर पर डाॅ. पुष्पेन्द्र सिंह, लैब टेक्नीशियन अंकिता त्रिपाठी, फार्मासिस्ट विवेक गुप्ता, नर्स मेंटर पदम सिंह, गौरव तिवारी, जितेन्द्र शर्मा सहित अन्य स्टाफ कर्मी मौजूद रहे।
रिपोर्ट – राहुल तिवारी/संदीप राठौर चुनमुन