गरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति को अपने जीवन में अपने कर्मों के अनुसार ही उसको फल की प्राप्त होते हैं. यदि व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे कर्म करता है तो उसे सुख की प्राप्ति होती है. लेकिन बुरे कर्मों के लिए उसे दुख भोगना होता है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद भी अपने अच्छे बुरे कर्मों का भोग करता है.
मान्यता है कि गरुड़ पुराण जो भगवान विष्णु का रूप माना गया है. यदि इसमें लिखी हुई बातों का वह सही से पालन करता है तो, वह व्यक्ति न केवल अपने जीवनकाल में ब्लकि जीवन के बाद भी उसका भोग भोगता है. ऐसी ही शिक्षा बताई गई है जिसका पालन न करने से परिवार में इन आदतों को अपनाने से घर पर कंगाली का माहौल हो जाता है और मां लक्ष्मी भी रूठकर चली जाती हैं आइए जानते हैं इन बातों को…
ठंड के मौसम में अस्थमा के मरीज न करे इन चीजों का सेवन, वरना लगाते रहेंगे हॉस्पिटल के चक्कर
खाने के बाद झूठे बर्तन न छोड़े
अक्सर हम सब अपनी थाली में खाना छोड़ देते हैं या फिर खाना खाने के बाद थाली में ही हाथ धुलते हैं, ऐसा करना भी गरुड़ पुराण में वर्जित माना गया है. यदि आप या आपके परिवार का कोई भी सदस्य ऐसा कर रहा है तो उसे तुरंत माना करें, क्योंकि अन्न का अपमान करने से भी मां लक्ष्मी रूठ जाती है. और खाना खाने के कुछ समय बाद जूठे बर्तन धुलकर रखें और रसोई भी साफ कर दें.
कबाड़ न करें इकट्ठा
कई बार ऐसा होता है कि हम सब अपने घरों में लंबे समय तक कबाड़ा इकट्ठा कर लेते हैं, लेकिन ऐसा करना व्यक्ति के लिए अशुभ परिणाम दे सकता है. साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और घर के लोगों आपस में मतभेद का कारण बनते हैं. इसलिए गरुड़ पुराण में बताया गया है कि घर में कूड़ा- कबाड़ और जंग लगे लोहे को सामान इकट्ठा नहीं करना चाहिए.
घर पर रखें साफ-सफाई
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जिस घर में साफ-सफाई नहीं रहती. उस घर में हमेशा बीमारियां बनी रहती है और परिवार का माहौल बिगड़ने लग जाता है, साथ ही ऐसे घर में मां लक्ष्मी का वास भी नहीं होता. जिसकी वजह से आर्थिक स्थिति भी खराब होने लग जाती हैं. इसलिए घर के अंदर और आस-पास साफ-सफाई जरूर करनी चाहिए.