समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव पार्टी से नाता तोड़ते नजर आ रहे हैं। जो Shivpal करीब तीन दशक तक सपा के वरिष्ठ नेताओं में जाने जाते थे। वही शिवपाल सिंह यादव सोशल मीडिया के जरिये खुद को समाजवादी पार्टी से दूर करते नजर आये।
Shivpal : सेक्युलर मोर्चा का गठन
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर सपा के वरिष्ठ नेता का स्टेटस हटाते हुए खुद को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का लीडर बताया है। ध्यान रहे कि सेक्युलर मोर्चा का गठन करने के बाद शिवपाल ने कहा था कि ‘अब पार्टी तय करें कि मैं उसमें हूं कि नहीं’। हालांकि पार्टी की ओर से उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी थी।
मुलायम से बातचीत के बाद, मोर्चा का गठन
शिव पाल के बाद सबकी निगाहें अब सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर टिकी हैं। हाल ही में शिवपाल ने अखिलेश की तरफ इशारा करते हुए कहा कि भतीजे से चाचा का नया ‘मोर्चा’ है और उन्होंने मुलायम से बातचीत के बाद ही मोर्चा का गठन किया है। इसके बाद सपा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
वहीं मुलायम भी मोर्चा गठित होने के बाद लगातार दो दिन सपा के प्रदेश मुख्यालय तो गये पर उन्होंने इस बात पर कोई बयान नहीं दिया।
शिवपाल की कवायद से गहरा झटका
हालात मद्दे नजर रखते हुए उम्मीद लगाई जा रही है कि मुलायम भी जल्द कोई नया ऐलान करने की तैयारी में हैं। फिलहाल प्रस्तावित महागठबंधन को शिवपाल की इस कवायद ने गहरा झटका दिया है। विधानसभा चुनाव की तरह सपा फिर से एक बार दो-राहे पर आकर खड़ी हो गयी है।
पार्टी में गुटबाजी चरम पर है और जल्द ही कोई बड़ा उलटफेर होने की संभावना जताई जा रही है।