किचन में जितने भी मसाले इस्तेमाल होते हैं वो सारे किसी ना किसी तरह से फायदा ही पहुंचाते हैं। सौंफ को ना केवल मसाले के तौर पर यूज किया जाता है बल्कि इसे आयुर्वेद में औषधि के लिए इस्तेमाल करते हैं।
सौंफ में ढेर सारे गुण और न्यूट्रिशन होते हैं। जो बॉडी की अलग-अलग समस्याओं पर अलग तरीके से असर करते हैं। सौंफ ना केवल शरीर की गर्मी को शांत करता है बल्कि ये वजन घटाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। वहीं सौंफ की मदद से दुबले-पतले लोग वजन भी बढ़ा सकते हैं। तो ये जानना जरूरी है कि अगर आप वजन को कम करना चाह रहे हैं तो किस तरह से सौंफ को रूटीन में शामिल करें।
नेचुरल डिटॉक्सिफायर
सौंफ में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को नेचुरल तरीके से डिटॉक्स करने का काम करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट लीवर को टॉक्सिक डैमेज से बचाते हैं और हार्मफुल टॉक्सिंस को फ्लशआउट करने में मदद करते हैं।
वजन घटाने में करता है मदद
सौंफ की मदद से वजन घटाने में मदद मिलती है। ये भूख को कम करता है। जिससे पेट भरा हुआ महसूस होने लगता है और इंसान कम कैलोरी लेता है।
वजन घटाने कि लिए किस तरह करें सौंफ का इस्तेमाल
रिसर्च में पता चला है कि रोजाना खाना खाने के पहले सौंफ वाली चाय पीने से भूख कम लगती है और खाने के दौरान कम कैलोरी इंसान लेता है।
गर्मियों में सौंफ देगा शरीर को ठंडक
गर्मियों में शरीर का तापमान कम करने और हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए सौंफ खाना फायदेमंद होता है। सौंफ की कूलिंग प्रॉपर्टीज शरीर के तापमान को मेंटेन रखने में मदद करती है।
डाइजेशन में मदद करता है
खाने के बाद रोजाना एक चम्मच सौंफ चबाने से खाने को पचाने में मदद मिलती है। इससे ब्लॉटिंग, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। सौंफ में कंपाउंड होता है जो डाइजेस्टिव जूस और एंजाइम के सेक्रेशन में हेल्प करता है। जिससे खाना पचाने की स्पीड बढ़ जाती है।