लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी एकता को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के कांग्रेस को लेकर दिए गए बयान का जेडीयू ने समर्थन किया है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि यही नीतीश कुमार का विपक्षी एकता का फॉर्मूला है।
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हमें खुशी है कि यह फॉर्मूला अस्तित्व में आ रहा है। ममता ने कहा था कि जिन राज्यों में जो क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत हैं, आगामी आम चुनाव वे उस राज्य में विपक्षी एकता का नेतृत्व करें। हालांकि, कांग्रेस इससे पूरी तरह सहमत नहीं है।
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने गुरुवार को कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है, वहां उसके नेतृत्व में और जहां क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है, वहां उसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाना चाहिए, यही नीतीश फॉर्मूला है। उन्होंने कहा कि हिसार की रैली में नीतीश कुमार ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी के बगैर कोई विपक्षी एकता संभव नहीं। इस बारे में तमाम विपक्षी दलों से बातचीत की गई।
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सीएम नीतीश कुमार ने पिछले दिनों देशभर के विपक्षी नेताओं से एक-एक कर मुलाकात की। इनमें से अधिकतर नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चेबंदी में साथ आने पर सहमति जताई है। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार का गठन होने जा रहा है। अब जल्द ही 2024 के मद्देनजर देशभर के विपक्षी दलों की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें मोर्चेबंदी के स्वरूप पर बात हो सकती है। यह बैठक दिल्ली के बजाय पटना में आयोजित होने की संभावना है।
केसी त्यागी ने बताया कि सीएम नीतीश ने ‘एक के खिलाफ एक’ का फॉर्मूला दिया है। यानी कि देश की 500 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर बीजेपी के एक उम्मीदवार के खिलाफ विपक्ष का एक ही मजबूत उम्मीदवार उतारा जाए और उसे अन्य सभी दलों का समर्थन मिले तो 2024 के चुनाव में सफलता जरूर मिलेगी।