लखनऊ। वृक्ष हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं। जिनके बिना जीवन का चक्र पूरा नहीं होता। ये पर्यावरण के आवश्यक अंग है इनकी अधिकाधिक उपस्थिति वर्षा का कारण बनती है साथ ही भूमि क्षरण को भी रोकती है। पिछले वर्षों में आधुनिक विकास के कारण वृक्षों की घटती संख्या चिंताजनक थी।
वातावरण में बढ़ते प्रदुषण एवं कार्बनडाई ऑक्साइड की बढ़ती मात्रा ग्लोबल वॉर्मिंग जैसे विपदा में सहायक बन रही थी। वृक्ष ही एक सर्वोत्तम उपाय है जो वातावरण में उपस्थित कार्बन को कम करने में मददगार है। कुछ वर्षों से यह देखने में आ रहा है कि वृक्षों कि घटती संख्या के प्रति जनमानस में एक चेतना फ़ैल रही है। लोगबाग़ उत्साह पूर्वक वृक्षारोपण करने को उत्सुक है और कर भी रहे हैं। अपने आस पास मोहल्ले नगर में वृक्षारोपण को उत्सव कि तरह आयोजित कर रहे हैं।
इसी कड़ी में शनिवार को लखनऊ स्थित गोमती रिवर फ्रंट उद्यान में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के वास्तुकला एवं योजना संकाय द्वारा किया गया वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर डॉ एपीजे अब्दुल कलम प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी पांडेय, डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी (वीसी एलडीए) वास्तुकला एवं योजना संकाय की प्राचार्य डॉ वंदना सहगल एवं विभागाध्यक्ष डॉ रितु गुलाटी सहित संकाय के सभी प्राध्यापक डॉ सुब्रजीत बनर्जी, डॉ इन्द्राणी चक्रवर्ती, डॉ मीता टंडन, डॉ आंजनेय शर्मा, राकेश पैजवार, गिरीश पांडेय, ताबिश अहमद, प्रभात कुमार राव, लक्ष्मी कांत मिश्रा, शिव विनय राय, अखिलेश पांडेय, रचना पांडेय, भूपेंद्र कुमार अस्थाना, प्रियंका रस्तोगी,दिव्या पांडेय, महिमा ठुस्सू, दिव्यांशी श्रीवास्तव, प्रसून मिश्रा, शिशिर, सावन वर्मा, राजकिशोर सहित संकाय के लगभग 40 छात्र, छात्राओं की उपस्थिति रही।
उपस्थित सभी लोगों ने एक एक पौधे लगा कर इस वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाया। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में संकाय के साथ सहयोग में लखनऊ विकास प्राधिकरण और वन विभाग उत्तर प्रदेश रहे। वन विभाग ने 300 पौधे उपलब्ध कराये लखनऊ विकास प्राधिकरण ने स्थान उपलब्ध कराया। इस कार्यक्रम के ओर्डिनेटर डॉ आंजनेय शर्मा और प्रसून मिश्रा रहे।