• वन नेशन वन इलेक्शन पर लोकदल की प्रतिक्रिया
• एक देश एक चुनाव राष्ट्र हित के लिए सही नहीं है या भारत के संविधान के खिलाफ है- सुनील सिंह
लखनऊ। वन नेशन वन इलेक्शन पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने कहा है एक देश एक चुनाव देश के हित में नहीं है संविधान को बहुत ही सोच विचार के साथ बनाया गया है। एक चुनाव को देश के संगी ढांचे के विपरीत और संसदीय लोकतंत्र के लिए घातक कदम बताया है एक साथ चुनाव को संविधान की मूल संरचना पर हमला बताया है।
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सुनील सिंह ने कहा है कि अगर लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के चुनाव को एक साथ करवाया गया तो राष्ट्रीय मुद्दों के सामने क्षेत्रीय मुद्दे गायब हो जाएंगे। इस चुनाव को कराए जाने से निरंकुशता की आशंका बढ़ जाएगी। जनता के प्रति जवाब दे ही तय नहीं हो पाएगी। क्योंकि अलग-अलग समय पर चुनाव कराए जाने के कारण जनप्रतिनिधियों को जवाब देही तय होती है।
लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर होते हैं और यदि ये मुद्दे राज्यों के मुद्दों पर हावी हो जाएंगे तो इससे राज्यो को नुकसान होगा। राज्यों के चुनाव होने से केंद्र सरकार पर असर होता है। श्री सिंह ने कहा है कि कोई भी पार्टी या नेता एक चुनाव जीतने के बाद निरंकुश होकर काम नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा है कि इस चुनाव को कराए जाने का कोई औचित्य नहीं है। एक बार चुने जाने के बाद सरकार निरंकुश होकर कार्य करने लगेगी।
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लोकतंत्र में मूल भावना में राज्यों का चुनाव होता है तो सरकार लोकहित में कार्य करती है। केंद्र में जो हो रहा है, लोग परेशान हो गए हैं और लोग तंग आ चुके हैं। वन नेशन-वन इलेक्शन चुनाव के दौरान लाकर सरकार मुद्दों को डायवर्ट करने की कोशिश कर रही है। वन नेशन वन इलेक्शन को सरकार का नया षड्यंत्र बताया है।