लखनऊ। मध्य कमान अस्पताल के नेत्र विज्ञान विभाग में केराटो-रीफ्रैकटिव सर्जरी और लेसिक केंद्र का उद्घाटन 31 अक्टूबर 2023 को मध्य कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि द्वारा किया गया। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस केराटो-रीफ्रैकटिव सर्जरी और लेसिक केंद्र में फेमटोसेकंड लेसिक की सुविधा उपलब्ध होंगी, जो आंख में रीफ्रैकटिव त्रुटियों और कॉर्नियल रोगों के व्यापक स्पेक्ट्रम को ठीक करने के लिए एक उन्नत अपवर्तक सर्जिकल उपचार है।
लेसिक (लेजर-असिस्टेड इन सीटू केराटोमाइल्यूसिस) एक ऐसी प्रक्रिया है जो लेजर बीम की मदद से आंख की कॉर्निया को सटीक रूप से नया आकार देती है और मरीज को चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहने बिना स्पष्ट दृष्टि प्राप्त करने में मदद करती है।
इस केंद्र में स्थापित कॉन्टौरा लेसिक में सभी आधुनिक विशेषताएं हैं, जिनमें एक छोटा स्पॉट आकार, व्यक्तिगत उपचार योजना के साथ स्थलाकृति निर्देशित ब्लेडलेस फ्लैप, गॉसियन बीम प्रोफाइल और 1000-हर्ट्ज आई ट्रैकर सिस्टम शामिल है। इसके माध्यम से कम सर्जिकल समय में सटीक सर्जरी तथा ऑपरेशन के बाद जल्दी ठीक करने में मदद मिलेगी।
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आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने और सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को व्यापक नेत्र देखभाल प्रदान करने के लिए कमान अस्पताल लखनऊ की पूरी टीम की सराहना की। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि उन्नत लेसिक उपचार युवाओं को अपने सपनों को हासिल करने में सक्षम बनाकर आंखों की देखभाल को फिर से परिभाषित करेगा, जो चश्मे की सीमा से मुक्त होने की इच्छा रखते हैं।
इस उद्घाटन समारोह में मध्य कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा, मध्य कमान के एमजीआईसी (प्रशासन) मेजर जनरल एस मुरुगेसन, मध्य कमान के एमजी (मेडिकल) मेजर जनरल एए करमारकर, मध्य कमान अस्पताल लखनऊ के कमांडांट मेजर जनरल पीपी राव तथा कर्नल जया कौशिक, विभागाध्यक्ष, नेत्र विज्ञान विभाग, कमान हॉस्पिटल, लखनऊ मौजूद थे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी