लखनऊ- राजधानी मे पुलिस की कार्यशैली बदलने की कवायद शुरू हो गयी है । इस क्रम मे आलाधिकारी ताबड़तोड़ औचक निरीक्षण कर रहे परंतु पुलिस विभाग के कुछ ऐसे चेहरे है जो सुधरने का नाम नहीं ले रहे है । इसका उदाहरण लखनऊ के 1090 चौराहे पर देखने को मिला जहाँ गाड़ी छोडने के नाम पर एचसीपी यातायात के द्वारा 100 रुपए की रिश्वत लेने का मामला प्रकाश मे आया है ।
घटना 1090 चौराहे की है जहाँ यातायात समान्य करने की ज़िम्मेदारी यातायात पुलिस मे एचसीपी के पद कर कार्यरत आर पी सिंह को सौपी गयी थी । मंगलवार दोपहर आर पी सिंह ने सचिवालय मे कार्यरत समीक्षा अधिकारी की गाड़ी रोक कर पेपर मांगा । समीक्षा अधिकारी ने अपना परिचय देते हुआ आरपी सिंह को बताया की उन्हे अस्पताल जाना है जिसके कारणवश कुछ कागजात उनके आवास पर छुट गए है , इस बात पर एचसीपी ने समीक्षा अधिकारी से सुविधाशुल्क के नाम पर 100 रुपये ले लिया । तभी उधर से गुजर रहे डीआईजी रेज़ प्रवीण कुमार ने एचसीपी को 100 की रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया । हालांकि एचसीपी ने अपनी सफाई देते हुये बताया की वह 100 रुपये की चालान काटने वाला था ।