लखनऊ। माता गुजरी सत्संग सभा की ओर से आज 24 दिसम्बर को सरबंसदानी साहिब गुरू गोबिन्द सिंह महाराज के चारो साहिबजादों एवं उनकी माता गुजर कौर जी के शहीदी दिवस पर ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरू नानक देव नाका हिन्डोला लखनऊ में दीवान सजाया गया।
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इस अवसर पर सायं श्री रहिरास साहिब के पाठ से दीवान का आरम्भ हुआ। तत्पश्चात हजूरी रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह ने शबद ”सूरा सो पहचानिअै लरै दीन के हेत। पुरजा-पुरजा कट मरे कबहु न छाडै़ खेत।” गायन एवं समूह संगत को नाम सिमरन करवाया। लुधियाना से आए रागी जत्था बीबी जसप्रीत कौर ने “पहिला मरणु कबूलि जीवन को छड़ि आस। होहु समना की रेणुका तउ आउ हमारे पासि।” शबद कीर्तन गायन कर साध संगत को निहाल किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सतपाल सिंह मीत ने बताया कि शहीदी दिवस का मुख्य कार्यक्रम 25 दिसंबर 2023 को होगा जिसमें पंथ के प्रसिद्ध रागी भाई इंदरजीत सिंह सादिक अमृतसर वाले, प्रचारक ज्ञानी सुच्चा सिंह पटियाला वाले बीबी जसप्रीत कौर लुधियाना से विशेष रूप से पधार रहे हैं।
समागम में संगतों के लिए लंगर की तैयारियां आज से ही प्रारंभ हो गई और स्त्री सत्संग सभा की महिलाओं ने सब्जी काटने और रोटी बनाने की सेवा आज से ही आरंभ कर दी गई है।
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कल के मुख्य कार्यक्रम में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। दीवान की समाप्ति के उपरान्त लखनऊ गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा ने चारो साहिब जादों एवं माता गुजर कौर की शहादत को एक बड़ी शहादत कहा और अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। अरदास के उपरान्त गुरू का लंगर श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी