विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को 60वें म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से इतर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की। जयशंकर ने ‘भारत-बांग्लादेश मैत्री’ (दोनों देशों की दोस्ती) को आगे ले जाने उनके मार्गदर्शन की प्रशंसा की। इस साल आम चुनाव में जीत के बाद शेख हसीना फिर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय संभालने के बाद जयशंकर के साथ उनकी यह पहली मुलाकात है। म्यूनिख सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर बहस के लिए दुनिया का एक महत्वपूर्ण मंच है।
जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘बांग्लादेशी प्रधानमंत्री हसीना से मुलाकात करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। उन्हें नया जनादेश मिलने पर बधाई। भारत-बांग्लादेश मैत्री को आगे ले जाने के लिए उनके मार्गदर्शन की सराहन की।’ विदेश मंत्री जयशंकर ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ट्रेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस से भी मुलाकात की। उन्होंने एक्स पर कहा, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक से मिलकर खुशी हुई। हमने पारंपरिक चिकित्सा और महामारी की तैयारियों पर चर्चा की। धन्यवाद तुलसी भाई।
जर्मनी पहुंचने के बाद से जयशंकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन, जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालेना बेयरबॉक, ग्रीस के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री निकोस डेंडियास, अर्जेंटीना की विदेश मंत्री डायना मोंडिनो और कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली से भी मुलाकात कर चुके हैं।
एक दिन पहले उन्होंने यूरोपीय संघ आयोग के उपाध्यक्ष जोसेप फोंटेलेस से भी मुलाकात की। जयशंकर ने बेयरबॉक के साथ लंबी बातचीत की। डेंडियास के साथ प्रमुख सुरक्षा चुनौतियों पर अपने नजरिए को साझा किया। इसके अलावा मोंडिनों के साथ उन्होंने भारत और अर्जेंटीना के बीच आर्थिक और राजनीतिक सहयोग पर चर्चा की।