अमेरिका के उप विदेश मंत्री रिचर्ड वर्मा हाल ही में भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आए हुए थे। इसी को लेकर विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि वर्मा ने अमेरिका-भारत वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने और एक स्वतंत्र एवं खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए नई दिल्ली में वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से मुलाकात की।
भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत रह चुके हैं
गौरतलब है, रिचर्ड ने असैन्य परमाणु समझौते के पारित होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्मा ने साल 2014 में भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में शपथ ली थी, इस पद को संभालने से वह पहले भारतीय-अमेरिकी बने। उन्होंने 2014 से 2017 तक भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में कार्य किया। फिलहाल, वह प्रबंधन एवं संसाधन उप विदेश मंत्री हैं और विदेश मंत्रालय में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय अमेरिकी हैं।
इन नेताओं से की मुलाकात
रिचर्ड वर्मा 19 से 21 फरवरी तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर थे। मिलर ने गुरुवार को बताया कि वर्मा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा, रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिस्री से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान हुई मुलाकातों और बैठकों में, अमेरिका-भारत सहयोग और लोगों के बीच आपसी संबंधों को मजबूत करने के अवसरों का पता लगाया गया ताकि एक मुक्त, खुला, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित किया जा सके।