आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चुनिंदा महीने ही शेष हैं। ऐसे में सियासी दलों के एक-दूसरे पर हमले तेज हो गए हैं। इस बीच, अन्नाद्रमुक नेता केपी मुनुसामी ने शुक्रवार को कृष्णागिरी में कहा कि अगर भाजपा को वास्तव में भरोसा है कि तमिलनाडु में उसका जनाधार बढ़ा है तो क्या वह केंद्रीय मंत्रियों निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर को तमिलनाडु में किसी भी सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है।
बीते सोमवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया था कि सीतारमण और जयशंकर आगामी आम चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा था, यह लगभग तय है कि वे चुनाव लड़ेंगे। लेकिन पार्टी ने अभी इस बात पर फैसला नहीं किया है कि उनमें से किसको कर्नाटक से लड़ना चाहिए या दोनों को बाहर से लड़ना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट में इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि जयशंकर या सीतारमण बंगलूरू से चुनाव लड़ेंगे। 2019 में भाजपा ने बंगलूरू की सभी तीन सीट पर जीत दर्ज की थी। सीतारमण राज्यसभा में कर्नाटक प्रतिनिधित्व करती हैं और तमिलनाडु व तेलंगाना से भी काफी अच्छी तरह से परिचित हैं।
मदुरै में जन्मीं सीतारमण ने जनवरी में अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले तमिलनाडु का दौरा किया था और कांचीपुरम में एक समारोह में शामिल हुईं थीं। वहीं, बंगलूरू में अपनी शुरुआती स्कूली शिक्षा हासिल करने वाले जयशंकर ने पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए सक्रिय रूप से प्रचार किया था।