Breaking News

Prayagraj में शाही स्नान के बाद श्रीराम मंदिर निर्माण पर चर्चा

लखनऊ। प्रयागराज Prayagraj की जमीन से अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिन निर्माण की घोषणा हो गई है। कुंभ 2019 में पहले शाही स्नान के बाद विश्व हिन्दू परिषद के सेक्टर 14 में बसे कैम्प में राष्ट्रीय पदाधिकारियों का जमावड़ा होने लगा है। विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय के बाद अब राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने मीडिया से बात की।

Prayagraj में बताया गया

प्रयागराज Prayagraj में महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि विहिप की आयोजित होने वाली धर्म सभा में संत समाज श्री राम मंन्दिर निर्माण पर निर्णय करेगा। साथ ही देश भर में बजरंग दल के कार्यकर्ता फिर सक्रिय होंगे। ये वहीं कार्यकर्ता हैं। जो लव जिहाद और धर्मपरिवर्तन के खिलाफ आंदोलन चलाते हैं।

विश्व हिन्दू परिषद ने वर्ष 2018 के सितंबर महीने के शिकागो में बैठक कर राम मंदिर आंदोलन को तेज़ करने की रणनीति बना ली थी। वहां हुई बैठक में पहली बार 60 देशों के हिन्दू प्रवासी प्रतिनिधियों ने हिस्सा लेकर राम मंदिर आंदोलन को गति देने के निर्णय पर मुहर लगाई थी। इसके बाद विहिप ने यूरोप, हंगरी, कोलंबिया आदि देशों में अपने पांव पसारना शुरू कर दिया और अब इसे परवान चढ़ाने की कोशिश है। अर्धवार्षिक प्रन्यासी बैठक से शुरुआत होने वाली इस तैयारी में सिलसिलेवार कार्यकर्ताओं, संतों, वनवासियों, चुनिंदा युवाओं को प्रशिक्षित करने का काम होगा। यहां तक विहिप के अनुषांगिक संगठन में रूप में कार्य करने वाली महिला विंग को भी सक्रिय किया जाएगा।

मंदिर आंदोलन के रूप में

इसकी शुरुआत दक्षिण भारत के केरल प्रान्त स्थित शबरी माला मंदिर आंदोलन के रूप में भी देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि दक्षिण में आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है। हिन्दू परिवारों में धर्म के परम्परागत नियमों में छेड़छाड़ का विरोध न करने की घुट्टी पिलाकर मंदिर से जुड़े आंदोलन में जान फूंकने को जगाया जा रहा है। दक्षिण भारत के गांव-गांव पहुंच चुके इस आंदोलन की सफलता में ही अयोध्या राम मंदिर आंदोलन की सफ़लता देखी जा रही है।

विहिप बजरंग दल में 32 लाख कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की मुहिम में जुट गया है। इसमें प्रवासी हिंदुओं को शामिल करने की योजना भी है। विहिप को उत्तर भारतीय हिंदुओं से थोड़ी से मदद मिलने पर भी इसे परवान चढ़ाया जा सकता है। इधर, विहिप के कुम्भ कैम्प में राम मंदिर का ढांचा रखकर लोगों के मानस पटल में निर्माण आंदोलन तेज करने का संकेत दिया जा रहा है।

 

About Samar Saleel

Check Also

हिमाचल में इस दिन फिर बारिश-बर्फबारी के आसार, चार स्थानों का न्यूनतम तापमान माइनस में

शिमला। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले भागों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से माैसम फिर ...