• संरक्षा को बेहतर बनाने के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वालों को संरक्षा पुरस्कार
• गतिशीलता बढाने, संरक्षा और ढांचागत कार्यों की समीक्षा
• स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढाने पर बल
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ आज उत्तर रेलवे के विभिन्न परिचालनिक पहलुओं के साथ-साथ कार्य प्रगति की समीक्षा की।
बडौदा हाउस में आयोजित हुई इस बैठक में प्लेटफॉर्मों के लेवल में वृद्धि, वॉशेबल एप्रनो, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर-ब्रिज, एस्केलेटर, दिव्यांगजनों के लिए लिफ्ट की सुविधाएं, स्टेशन के प्रवेश द्वार सहित स्टेशन इमारत में सुधार जैसी अनेक यात्री सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने गतिशीलता बढाने, विकासात्मक, ढांचागत कार्यों, माल लदान और रेलपथों पर संरक्षा की भी समीक्षा की।
कार्य-निष्पादन समीक्षा के साथ-साथ महाप्रबंधक ने यात्रियों और रेल संपत्ति की संरक्षा और सुरक्षा के उच्च मानकों को बनाए रखने में अपना योगदान देने वाले 7 सजग कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार प्रदान किया।
महाप्रबंधक ने दोहरीकरण और नई रेल लाइन परियोजनाओं की भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठ्यक्रम आयोजित करने के लिए विभागों को निर्देश दिए, ताकि कर्मचारी मानवीय त्रुटियों को कम करते हुए रेल कार्य-प्रणाली से अवगत रहें।
महाप्रबंधक ने माल व्यवसाय का जायजा लिया और नए ग्राहकों और व्यापार को आकृषित करने के लिए बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों को और अधिक प्रयास करने के लिए कहा। उन्होंने बीडीयू को ग्राहकों के प्रति विश्वास और सहयोग का वातावरण बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे द्वारा दी जाने वाली रियायतें उसके ग्राहकों तक पहुँचनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न एवं अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी