ऑनलाइन संपन्न हुई काव्य प्रतियोगिता में यू ट्यूब एवं व्हाट्स एप ग्रुप माध्यम बने
चंडीगढ़। साहित्य संगिनी पत्रिका मंडल द्वारा उनकी स्थापना दिवस 6 जुलाई को ‘राजप्रेमदीप स्मृति सम्मान’ की घोषणा के बाद एक काव्य प्रतियोगिता करवाई गई जिसमें देश की अलग-अलग क्षेत्र से 100 प्रविष्टियां आई। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली कविता के रचनाकारों को ‘राजप्रेमदीप स्मृति सम्मान’ स्वरूप प्रदान किया गया, जिसमें प्रथम विजेता को स्मृति चिन्ह एवं नगद राशि के रूप में 501 रुपए, द्वितीय विजेता को स्मृति चिन्ह एवं नगद राशि के रूप में 251 रुपए एवं तृतीय विजेता को 101 रुपए के अतिरिक्त सभी विजेताओं को सम्मान पत्र भी प्रदान किए गए।
‘राजप्रेमदीप स्मृति सम्मान’ प्राप्त करने वाले रचनाकार:
प्रथम: आदित्य शेखर
द्वितीय: राजवी विजय कुमार कड़िया
तृतीय: हरि दत्त शर्मा
पत्रिका के संस्थापिका रजनी भास्कर ‘नाम्या’ ने बताया कि “यह हमारा प्रथम वार्षिक उत्सव था आगामी वर्ष ‘राजप्रेमदीप स्मृति सम्मान’ के लिए प्रदान की जाने वाली नगद राशि में और इजाफा किया जाएगा। यह सम्मान मेरी माताजी स्व. श्रीमती राजकुमारी शर्मा, पिता स्व. श्री प्रेम नाथ शर्मा एवं छोटे भाई स्व. श्री दीपक शर्मा की याद में संयुक्त रूप से दिए जाने वाला सम्मान है।”
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साहित्य संगिनी की तकनीकी प्रभारी सर्विन चौधरी ने इस अवसर पर बताया कि ‘राजप्रेमदीप स्मृति सम्मान’ की जब हमने घोषणा की और इसके लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की तो लोगों ने इसमें बहुत ही उत्साह दिखाया। साहित्य संगिनी के स्थापना दिवस पर पत्रिका मंडल द्वारा करवाई गई काव्य प्रतियोगिता हमारी अपेक्षा से अधिक सफल रही। मैं सभी प्रतिभागियों का हृदय तल से आभार व्यक्त करता हूं कि आखिरी क्षण उन्होंने अपने उत्साह को कम नहीं होने दिया। वे सभी बधाई के पात्र हैं। विजेताओं को मैं समस्त पत्रिका मंडल की ओर से बधाई प्रेषित करता हूं।
प्रतियोगिता के प्रथम विजेता श्री आदित्य शेखर ने कहा,”साहित्य संगिनी के राजप्रमदीप स्मृति सम्मान प्रतियोगिता में भाग लेकर मुझे हिंदी साहित्य को गहराई से जानने का मोका मिला। ना मात्र जीतना बल्कि उससे ज्यादा मैं सभी प्रतिभागियों की रचनाओं से बहुत प्रेरित हुआ हूं। साथ ही साहित्य संगिनी वो मंच है जहां हर कलाकार की कला का सम्मान किया जाता है और साथ ही यह ध्यान भी रखा जाता है कि किसी के साथ किसी भी तरह का कोई अन्याय न हो। मैं सर्विन सर और रजनी मैडम को धन्यवाद देता हूं की उन्होंने पूरे अनुशासन के साथ इस प्रतियोगिता को सफल बनाया।”
प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रही सुश्री राजवी विजय कुमार कड़िया ने बताया,”साहित्य संगिनी द्वारा आयोजित “राजप्रेमदीप स्मृति सम्मान” प्रतियोगिता भारतवर्ष के सभी रचनाकारों के लिए ऑनलाइन माध्यम से अपनी प्रतिभा और रचना सभी लोगों तक पहुंचा सके उसके लिए एक बहुत ही अहम प्लेटफार्म रहा, जहां पर विविध जगह से विभिन्न रचनाएं प्रतिभागियों ने यूट्यूब के माध्यम से प्रस्तुत की, जहां पर सबसे अधिक व्यूज वाली रचनाओं को क्रमश: विजेता घोषित किया गया जिसमें मेरा द्वितीय स्थान रहा। इस प्रतियोगिता का आयोजन और हमारे कार्य को सरहाने के लिए साहित्य संगिनी परिवार का बहुत बहुत शुक्रिया।”
तृतीय स्थान पर रहे श्री हरिदत्त शर्मा ने कहा,”राजप्रेमदीप सम्मान प्रतियोगिता में भाग लेने पर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह प्रतियोगिता अपने आप में अनूठी प्रतियोगिता थी। प्रतिभागियों की संख्या भी काफी थी और सभी की रचनाएं भी एक से बढ़कर एक थी। इस प्रतियोगिता में शुरू से ही काफी रोचक मुकाबला रहा कभी कोई आगे निकलता रहा कभी कोई। प्रतियोगिता में भाग लेना प्रतियोगिता जीतने से अधिक महत्वपूर्ण होता है। मुझे इस प्रतियोगिता में विजेताओं में स्थान प्राप्त हुआ इसके लिए मैं साहित्य संगिनी परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूं और आभार प्रकट करता हूं। आशा है आने वाले समय में इस प्रकार की अन्य प्रतियोगिता पटल पर आयोजित होती रहेगी और सभी को अपनी कलम का जौहर दिखाने का अवसर प्राप्त होता रहेगा। परिणाम के लिए अन्य कोई तरीका होना चाहिए ये मेरा व्यक्तिगत सुझाव है। अंत में पटल का पुनः आभार।”