वैश्विक बाजारों में नरमी के रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजार गुरुवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। यह गिरावट धातु, बैंकिंग एवं वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की वजह से देखी गई। बजट में प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) को बढ़ाने और अल्पावधि के पूंजीगत लाभ पर कर बढ़ाने की घोषणा के बाद से ही निवेशकों ने अपना निवेश निकालना शुरू कर दिया है। बड़े पैमाने पर विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भी भारतीय बाजार से निकासी की है।
पिछले कुछ सत्रों की तरह गुरुवार को भी बाजार में काफी उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रही। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 109.08 अंक यानी 0.14 फीसदी की गिरावट के साथ 80,039.80 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 671 अंक तक लुढ़कते हुए 79,477.83 अंक पर आ गया था। हालांकि, टाटा मोटर्स और लार्सन एंड टूब्रो में तेजी ने बाजार में गिरावट को एक हद तक थाम लिया।
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 7.40 अंक यानी 0.03 फीसदी गिरकर 24,406.10 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान एक समय यह 202.7 अंक गिरकर 24,210.80 अंक पर आ गया था। बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 280.16 अंक गिरकर 80,148.88 अंक पर और एनएसई निफ्टी 65.55 अंक घटकर 24,413.50 अंक पर बंद हुआ था।