प्रयागराज : हमले में जख्मी केंद्रीय परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के जेठ और सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री आशीष पटेल के बड़े भाई अरुण पटेल की हालत में सुधार है। बृहस्पतिवार की दोपहर उन्हें आईसीयू वार्ड से प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया। चिकित्सकों का कहना है कि उन्हें अभी एक हफ्ते तक अस्पताल में रखा जा सकता है। इसके बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा।
बीती 30 जुलाई को प्राण घातक हमले में घायल अरुण के बाएं हाथ की कोहनी की हड्डी तीन जगह फ्रैक्चर हो गई है। इसके अलावा पीठ पर भी गहरी चोट आई है। गंभीर हालत में उन्हें धूमनगंज मीरापट्टी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चिकित्सकों ने बुधवार की शाम उनके हाथ का ऑपरेशन किया। करीब दो घंटे तक यह ऑपरेशन चला। देर शाम उन्हें आईसीयू से प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि उनका हालत खतरे से बाहर है।
मंत्री के भाई की नहीं हुई सुनवाई…दो दिन बाद भी हमलावर पकड़ से बाहर
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के भाई और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के जेठ अरुण सिंह पटेल पर हुए जानलेवा हमले के मामले में आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। अस्पताल में उपचार के दौरान बृहस्पतिवार को अरुण सिंह ने पुलिस पर अनदेखी करने का आरोप लगाया।
रैपुरा थाना क्षेत्र के लौरी हनुमानगंज निवासी प्रधान पति अरुण सिंह पर मंगलवार को भाजपा नेता देवराज उर्फ बड़कू शुक्ला ने साथियों के साथ जानलेवा हमला किया था। गंभीर रूप से घायल अरुण का शहर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अरुण ने बताया कि हमले के दो दिन बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। सिर्फ बस खानापूर्ति हाे रही है। अरुण सिंह ने चित्रकूट की सीओ निष्ठा उपाध्याय पर आरोप लगाया कि वह इस मामले में कार्रवाई नहीं करना चाह रही हैं।