विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को मालदीव की सबसे बड़ी जल एवं स्वच्छता परियोजना का उद्घाटन किया। इस परियोजना के लिए भारत ने 11 करोड़ डॉलर (923 करोड़ रुपये) की आर्थिक मदद दी थी। इससे 28 द्वीपों वाले मालदीव की करीब 28 हजार जनता सीधा लाभ उठाएगी। अपने तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर माले पहुंचे जयशंकर ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में इस परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन किया।
इस अवर पर मालदीव के निर्माण एवं अवसंरचना मंत्री डॉ. अब्दुल्ला मुथथलिब भी मौजूद रहे। उन्होंने जयशंकर का आभार व्यक्त किया। जयशंकर ने कहा, यह ध्यान देने योग्य है कि इस परियोजना के पूरा होने से मालदीव सरकार के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने और सीवरेज प्रणाली स्थापित करने में सहायता मिली है।
मुइज्जू ने कहा-प्रधानमंत्री मोदी हमेशा मालदीव का साथ देते हैं
समारोह के बाद मुइज्जू ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि जयशंकर से मुलाकात और मालदीव के 28 द्वीपों में जल व सीवर प्रोजेक्ट के आधिकारिक हस्तांतरण में उनका शामिल होना खुशी की बात है। उन्होंने जयशंकर से मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, मैं मालदीव का हमेशा समर्थन करने के लिए भारत सरकार, विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं। हमारी स्थायी साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। यह सुरक्षा, विकास व सांस्कृतिक संबंधों में सहयोग के माध्यम से दोनों देशों को करीब ला रही है। हम साथ मिलकर इस क्षेत्र के लिए एक उज्ज्वल, अधिक समृद्ध भविष्य तय कर रहे हैं। मुइज्जू ने स्वीकार किया कि भारत हमेशा सबसे करीबी सहयोगियों और अमूल्य भागीदारों में से एक रहा है।
भारत स्थायी मित्र: मूसा जमीर
मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने अपनी पोस्ट में कहा कि वह भारत की दृढ़ साझेदारी और स्थायी मित्रता के लिए बहुत आभारी हैं। जमीर ने कहा हम भारत के साथ मिलकर इस क्षेत्र के लिए एक उज्जवल, समृद्ध भविष्य का निर्माण करेंगे।