अयोध्या। डाॅ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के बायोकेमेस्ट्री विभाग के प्रो फर्रूख जमाल एवं सहायक आचार्य डॉ प्रदीप कुमार सिंह को सीएसटी यूपी के द्वारा अनुदान मिला। दोनों शिक्षकों को इनवेस्टिगेटिंग द कम्परिहेंसिव मैकेनिज्म ऑफ कार्बन नैनो पार्टिकल इनडस्ड टाक्सिटी इन लेपिडो पटेस पेस्टः ए परसपेक्टिव आन एग्रीकल्चर एप्लीकेशन विषय पर तीन वर्ष के रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए 13 लाख 86 हजार रूपये की स्वीकृति मिली।
विश्वविद्यालय को भी रिसर्च पाॅलिसी पर कार्य करना होगाः कुलपति
शिक्षकों द्वारा अपने रिसर्च में जो कीट पतंग किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं और उत्पादन पर बुरा प्रभाव डालते है इसे नैनो पार्टिकल का प्रयोग करते हुए नियंत्रित किया जायेगा। ऐसा होने से किसानों की फसलों की उत्पादकता, उनकी आय बढेगी एवं वातावरण पर हानिकारक रसायनों के दुष्परिणाम को कम किया जा सकेगा। इस उपलब्धि पर प्रो० जमाल व डॉ सिंह ने कुलपति प्रो० प्रतिभा गोयल को श्रेय दिया। कहा कि उनके कुशल मार्ग-दर्शन से ही संभव हो पाया।
दूसरी ओर विभागीय शिक्षकों में प्रो नीलम पाठक, डॉ सग्राम सिंह, डॉ मणिकान्त त्रिपाठी, डॉ पंकज सिंह व विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ अंजनी कुुमार मिश्र, वित्त अधिकारी पूर्णेन्दु शुक्ल, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, उप कुलसचिव डाॅ रीमा श्रीवास्तव, मोहम्मद सहील, दिनेश कुमार मौर्य सहित अन्य शिक्षकों एवं शोधार्थियों ने बधाई दी।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह