लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वो समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों को जिताने के लिए दिनरात एक कर दें। कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि अस्सी लोकसभा सीटों में से एक पर भी भाजपा को जीत ना मिल सके।
सपा-बसपा गठबंधन देशहित में एक ऐतिहासिक निर्णय
अखिलेश यादव ने समाजवादियों का बहुजन समाज पार्टी से किया गया गठबंधन देशहित में एक ऐतिहासिक निर्णय है जिसकी पहली प्राथमिकता भाजपा को सत्ता में आने से रोकना है। श्री यादव यहां पार्टी मुख्यालय, लखनऊ के डाॅ0 राममनोहर लोहिया सभागार में कर्नाटक, तमिलनाडू, केरल तथा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं के समूह को सम्बोधित कर रहे थे।
भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित
श्री यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव अलग तरह के है। इन चुनावों में देश का भविष्य दांव पर लगा है। देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए यह वक्त जीजान से जुटने का है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा चाहे जितने समझौते या गठबंधन कर ले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के सामने उत्तर प्रदेश में जीरो हो जाएंगे। भाजपा ने कोई विकास नहीं किया। जो विकास हुआ समाजवादी सरकार में हुआ। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है और वह केवल नफरत फैलाकर समाज को बांटने का ही काम करती रही है। इस सच्चाई से उत्तर प्रदेश का पत्ता-पत्ता परिचित है।
48 जवानों और फौजी अधिकारियों की शहादत का जवाब?
सपा अध्यक्ष्य ने कहा कि सत्ता प्रतिष्ठान द्वारा संवैधानिक अधिकारों का दुरूपयोग, जनता से किए गए वायदों का पूरा न करना और जनविरोधी तथा विकास विरोधी नीतियों के कारण भाजपा को सत्ताच्चुत करना लोकतंत्र के हित में है। देश नया प्रधानमंत्री चाहता है। श्री यादव ने कहा कि पुलवामा की घटना की जांच होनी चाहिए। इसमें खुफियातंत्र (Intelligence) की विफलता पर सरकार को जवाब देना होगा। 48 जवानों और फौजी अधिकारियों की शहादत का जवाब कौन देगा? भाजपा की केन्द्र में सरकार बनने के बाद 56 महीनों में 500 से ज्यादा जवान शहीद हुए। जनता ने भी मन बना लिया है कि भाजपा को इस बार फिर दिल्ली का रूख नही करने देंगे।
भाजपा की गुमराह करने वाली चालों को
भाजपा के कुप्रचार पर रोक लगनी चाहिए। भाजपा अपने स्वार्थ में कोई भी खतरनाक कृत्य कर सकती है। लेकिन अब जनता जान गई है। वह भाजपा की गुमराह करने वाली चालों को अवश्य पराजित करेगी। समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन की विश्वसनीयता के आगे भाजपा-आरएसएस की फरेबी चालें कभी सफल नहीं होंगी।