वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ धाम नंदी अभ्यारण्य स्थापित करने जा रहा है। मंदिर की खाली पड़ी जमीन पर इस अभ्यारण्य को मूर्त रूप देने की योजना है। मंदिर की जमीन पर चल रही गोशाला का विस्तार करने की भी तैयारी है।
जमीन के अधिग्रहण का काम भी पूरा हो चुका है। न्यास की ओर से इसकी कार्ययोजना बनाकर शासन को भेजी गई है और हरी झंडी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। बाबा विश्वनाथ मंदिर और धाम में उनके गणों को प्रमुख स्थान मिला हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से गाय, बैल और सांड के संरक्षण की कार्ययोजना तैयार की है।
इसके तहत नंदी अभ्यारण्य और गोशाला के संचालन की योजना है। बेनीपुर में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ने गोशाला के संचालन के लिए ढाई एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है।
न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय ने बताया कि ढाई एकड़ जमीन गोशाला के लिए अधिग्रहीत की गई है। वहीं, चंदौली में मंदिर की खाली पड़ी जमीन पर नंदी अभ्यारण्य की भी योजना है। यह पहला अभ्यारण्य होगा जहां वाराणसी समेत आसपास के जिलों के नंदी को बचाने के साथ ही सुरम्य वातावरण मिलेगा।