उत्तर प्रदेश के एटा में विकासखंड अवागढ़ क्षेत्र के गांव हिनौना में चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि मृतकों के नाम भी प्रक्रिया में शामिल कर दिए गए हैं। अपने नाम दर्ज कराने के लिए उनके परिजन चक्कर काट रहे हैं। इसके लिए रिश्वत मांगी जा रही है। ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत की है।
मंदिर में पूजा करने से पहले नदी में नहाने गया अधेड़, डूबने से हुई मौत; मशक्कत के बाद निकाला गया शव
गांव के वीरपाल सिंह ने बताया कि करीब तीन साल पहले चकबंदी की प्रक्रिया शुरू की गई थी। पहले हम लोगों के असल रकबा, नक्शा आदि बनाए गए। इसके बाद चकबंदी के तहत बनाकर दिए गए। लेकिन इसमें 18 मृतकों के नाम ही नक्शे बना दिए गए हैं। जबकि इनके परिजन ने मृतकों के मृत्यु प्रमाण पत्र भी चकबंदी कर्मचारियों को उपलब्ध कराए गए। अब नाम परिवर्तन के लिए उनसे रुपये मांगे जा रहे हैं।
Please also watch this video
इसके अलावा ग्रामीणों का यह भी कहना है कि चकबंदी प्रक्रिया में गड़बड़ी की गई है, जो गांव के अधिकांश लोग पसंद नहीं कर रहे हैं। 13 सितंबर को बैठक कराई गई। इसमें चकबंदी के पक्ष में कुल 25 और विरोध में 279 वोट पड़े। ऐसे में चकबंदी प्रक्रिया को निरस्त कर देना चाहिए। प्रभारी एसओसी चकबंदी वेदप्रिय आर्य ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत व समस्या का पूरी तरह निस्तारण कर आगे कार्रवाई की जाएगी।