सीतापुर। उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी है। यहां की निवासी नूरा (Noora) ने मुस्लिम पंथ को त्याग दिया है। उन्होंने निशा बनकर हिंदू रीति रिवाज से शादी रचाई। इसके पीछे नूरा का जो तर्क है, इस पर समाज में चर्चा हो रही है। निशा का कहना है कि बहराइच हिंसा ने उनके जीवन में एक गहरा दुख पैदा किया। हिंसा से आहत होकर उन्होंने सनातन धर्म अपना लिया।
उन्होंने न सिर्फ सनातन धर्म अपनाया। बल्कि हिंदू युवक अखिलेश से हिंदू रीति रिवाज से मंदिर में विवाह भी कर लिया। अखिलेश जिले के ही मछरेहटा गांव के रहने वाले हैं। इस शादि के लिए निशा और अखिलेश ने एक हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की मदद ली। ताकि, उनके विवाह में किसी तरह का व्यवधान न पैदा हो। विवाह के दौरान संगठन के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
Please watch this video also
यह थी बहराइच हिंसा
जिस बहराइच हिंसा ने नूरा के मन को इतना व्यथित किया कि उन्होंने अपना धर्म बदल लिया। आइए उसके बारे में जानते हैं। दरअसल, बहराइच में नवरात्रि पर्व में धार्मिक यात्रा के दौरान महज झंडा बदलने की वजह से एक हिंदू युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम के दौरान उसके शरीर पर गोली के 36 छर्रे मिले थे। इस घटना ने नूरा को अंदर तक झकझोर दिया। अब उन्होंने मुस्लिम पंथ को ही त्याग दिया है।