अयोध्या। राम नगरी में श्रीराम के विवाह उत्सव का आगाज हो गया है। मठ-मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान राम कथा आयोजन के साथ रिवाज को अदा करने का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया। रामकोट स्थित दशरथ महल में मंगल गायन और राम कथा का आयोजन प्रारंभ हो गया है। जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य से प्रारंभ हुई राम कथा में दूर-दराज से पहुंचे श्रद्धालु आनंद ले रहे हैं। दशरथ महल के उत्तराधिकारी राम भूषण दास कृपालु के अनुसार मंगल गायन और लग्न पत्रिका के साथ विवाह उत्सव की शुरुआत हो गई। अलग-अलग मंदिरों से विवाह पंचमी के मुहूर्त पर 6 दिसंबर को राम बारात निकाली जाएगी, जिसमें दिल्ली की मशहूर रामलीला जो प्राण प्रतिष्ठा के समय रामलला के सम्मुख लीला कर चुकी है। वही लीला इस बार राम विवाह में जानकी महल की शोभा बढ़ाएगी।
इसके साथ ही दूल्हा सरकार व किशोरी जी के लिए ट्रस्ट ने जयपुर के रुक्मणि ज्वेलर्स से विशेष आभूषण बनवाए हैं, जो विवाह उत्सव पर युगल सरकार को समर्पित किया जाएगा। संत-महंत दशरथ, जनक और महर्षि की भूमिका में नजर आएंगे। श्री जानकी महल ट्रस्ट में धूम रहेगी। कनक भवन, लक्ष्मणकिला, हनुमान बाग, दशरथ राजमहल बड़ा स्थान रसमोद कुंज, रंग महल व विअहुती भवन आदि का विवाहोत्सव देखने के लिए लोग आतुर रहते हैं।पद्धति से विवाहोत्सव मनाया जाता है। यहां पर राम को दूल्हा सरकार और किशोरी जी को बेटी माना जाता है।
श्रीराम विवाह उत्सव के दौरान हजारों लोगों को वस्त्र, कंबल, राशन व ऊनी कपड़े भेंट किए जाएंगे। विवाहोत्सव का केंद्र जानकी महल ट्रस्ट तैयारियों के साथ ही उत्सव के डूबता जा रहा है। यहां उत्सव का आगाज तीन दिसंबर मंगलवार की प्रथम बेला में रामार्चा महायज्ञ एवं सायं रामलीला की प्रस्तुति तथा गणेश पूजन से शुरू होगा। बुधवार को फुलवारी सायं विवाह गीत व रामलीला की प्रस्तुति संयोजित है।
SPEL कार्यक्रम के द्वितीय चरण का शुभारंभ
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह